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राष्ट्रपति की चूक से कोरोना के भंवर जाल में फंसा ब्राजील, दुनिया में सबसे अधिक संक्रमण की दर

Updated May 02, 2020 | 14:10 IST

Brazil Mass graves: राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो की चूक के चलते ब्राजील कोरोना वायरस के भंवर जाल में फंस गया है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP, File Image
जायर बोलसोनारो

नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना वायरस ने अपना कहर बरपा रखा है। इस वायरस से मरने वालों की संख्या दो लाख 35 हजार से ज्यादा हो गई है जबकि संक्रमितों का आंकड़ा 33 लाख 30 हजार को पार कर गया है। ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने कोरोना महामारी को लेकर शुरू से ढुलमुल रवैया अपनाया है। वह दुनिया के उन कुछेक नेताओं में शामिल हैं जो कोरोना के जोखिम को अधिक गंभीरता से नहीं रहे हैं। बोलसोनारो इस घातक वायरस को सिर्फ एक छोटा से 'फ्लू' मान रहे हैं। हालांकि, उनका यह रवैया अब ब्राजील के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है।

लैटिन अमेरिकी देशों में ब्राजील कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित है। इतना ही नहीं ब्राजील में कोरोना संक्रमण की दर दुनिया में सबसे अधिक है। ब्राजील में संक्रमण के 87 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और मरीजों की तादाजा बहुत तेजी से बढ़ रही है। वहीं, ब्राजील में अब तक कोरोना के चलते 6 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। इस बीच ब्राजील के साउ पाउलो से डराने वाली तस्वीरें भी सामने आई हैं जो जमकर वायरल हो रही है। यहां अधिक मौतों की वजह से हालात बेकाबू हो चले हैं और लोगों को सामूहिक कब्रों में दफनाया जा रहा है।

बोलसोनारो कोरोना महामारी के कारण लोगों के घर में रहने जैसे उपायों के घोर आलोचक रहे हैं। उनका तर्क है कि बीमारी से ज्यादा नुकसानदेह आर्थिक तबाही हो सकती है। अस्पताल के एक चिकित्सक ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि मरने वालों की संख्या आधिकारिक आंकड़ों से अधिक है क्योंकि कई पीड़ितों को आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया है। जिस तरह से ब्राजील में हालत बन रहे हैं, कई वैज्ञानिक को डर हैं कि लैटिन अमेरिका का यह सबसे बड़े देश की कोरोना का अगले घातक हॉटस्पॉट बना सकता है।

फुटबॉल की वापसी की चाहते हैं बोलसोनारो

लसोनारो देश में कोरोना वायरस के कई मामलों के बावजूद फुटबॉल प्रतियोगिताओं की वापसी चाहते हैं। बोलसोनारो ने रेडियो गुइबा को दिए इंटरव्यू में कहा, 'फुटबॉल से जुड़े बहुत से लोग इस खेल की वापसी चाहते हैं क्योंकि क्लबों पर भी बेरोजगारी खतरा मंडराने लगा है। फुटबॉलर अगर संक्रमित भी होते हैं तो उनके मरने की संभावना बहुत कम है। ऐसा उनकी शारीरिक फिटनेस के कारण है क्योंकि वे खिलाड़ी हैं। फुटबॉल को शुरू करने का फैसला मेरा नहीं होगा लेकिन हम मदद कर सकते हैं।' गौरतलब है कि ब्राजील में 15 मार्च से ही सभी फुटबॉल टूर्नमेंट निलंबित हैं।