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ब्रिटेन पर कोरोना के वैरिएंट डेल्टा का प्रकोप, फरवरी के बाद मिले संक्रमण के सबसे ज्यादा केस  

Updated Jun 17, 2021 | 07:05 IST

ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण तेज हो रहा है। यहां बुधवार को संक्रमण के मामले फरवरी के बाद सबसे ज्यादा मिले हैं। संक्रमण में तेजी को देखते हुए कोरोना प्रतिबंधों को एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
ब्रिटेन में फरवरी के बाद मिले संक्रमण के सबसे ज्यादा केस।
मुख्य बातें
  • ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना के नए मामलों में आ रही है तेजी
  • संक्रमण को देखते हुए सरकार ने प्रतिबंधों को 1 महीने के लिए बढ़ाया
  • पहली बार भारत में मिले कोरोना का डेल्टा वैरिएंट से संक्रमण के केस बढ़े

लंदन : ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में एक बार फिर तेजी आई है। यहां प्रतिदिन का संक्रमण का एक दिन का आंकड़ा फरवरी महीने के बाद सबसे ज्यादा मिला है। बुधवार को ब्रिटेन में संक्रमण के 9,055 नए मामले सामने आए। गत 25 फरवरी के बाद एक दिन के संक्रमण की यह सबसे ज्यादा संख्या है। एक दिन पहले की तुलना में यह संख्या पांच गुना बताई जा रही है। संक्रमण में इजाफे की वजह कोरोना का नया वैरिएंट है जो तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है।

सरकार ने प्रतिबंधों को एक महीने के लिए और बढ़ाया
रिपोर्टों के मुताबिक संक्रमण के मामलों में आई तेजी को देखते हुए ब्रिटेन की सरकार ने कोरोना प्रतिबंधों को एक महीने के लिए और बढ़ा दिया है। सरकार का कहना है कि इस दौरान वह अपने टीकाकरण अभियान को और तेज करेगी। ब्रिटेन में बीते 28 दिनों में कोरोना से नौ और लोगों की मौत हुई है। गत सोमवार को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लॉकडाउन प्रतिबंधों को एक महीने के लिए और बढ़ा दिया। यह फैसला कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट से तेजी से फैल रहे संक्रमण को देखते हुए लिया गया है।

इस दौरान टीकाकरण अभियान तेज करेगा ब्रिटेन
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जॉनसन ने कहा, 'मुझे लगता है कि थोड़ा इंतजार करना ज्यादा उपयुक्त है।' कोरोना प्रतिबंध 21 जून को हटने वाले थे लेकिन अब यह 19 जुलाई तक लागू रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस दौरान लोगों को तेजी से टीका लगाया जाएगा। इससे हजारों लोगों का जीवन सुरक्षित होगा। 

डेल्टा वैरिएंट से संक्रमण में तेजी
ब्रिटेन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पहली बार भारत में मिला कोरोना का डेल्टा वैरिएंट पहले के वैरिएंट से 60 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक है। विशेषज्ञों का मानना है डेल्टा वैरिएंट देश में महामारी की तीसरी लहर पैदा कर सकता है। ब्रिटेन में महामारी की शुरुआत होने के बाद अब तक 128,000 लोगों की मौत हुई है।