चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चेतावनी दी है कि चीन राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में बढ़ती अस्थिरता और अनिश्चितता का सामना कर रहा है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े सशस्त्र बलों पर अपने ‘पूर्ण नेतृत्व’ को सुनिश्चित करने के लिए चीनी सेना का नेतृत्व सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति वफादार ‘विश्वसनीय लोगों’ को करना चाहिए ।
अधिकारियों के सत्यनिष्ठा पर बल
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक शी ने कहा, ‘‘हमें कर्मियों को नियुक्त और उनका मूल्यांकन करते समय राजनीतिक सत्यनिष्ठा पर बल देना चाहिए।’’ उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सशस्त्र बलों का नेतृत्व सदा ही विश्वसनीय लोगों द्वारा किया जाना चाहिए ,जो पार्टी के प्रति वफादार हों। शी ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व अस्थिरता और परिवर्तन के एक नये दौर में प्रवेश कर गया है। उन्होंने कहा कि चीन राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में बढ़ती अस्थिरता और अनिश्चितता का सामना कर रहा है।अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (संसद के निम्न सदन) की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान की प्रस्तावित यात्रा को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने की पृष्ठभूमि में उन्होंने यह टिप्पणी की।उल्लेखनीय है कि ताइवान को चीन अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा मानता है।
चीनी फौज विश्व की सबसे बड़ी सेना
शी ने नये युग में प्रशिक्षण सक्षम कर्मियों द्वारा सेना को मजबूत करने की रणनीति के और अधिक क्रियान्वयन के विषय पर आयोजित एक अध्ययन सत्र में बृहस्पतिवार को यह टिप्पणी की। उन्होंने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक अगस्त को पड़ने वाले 95वें स्थापना दिवस से पहले सैन्य कर्मियों को बधाई दी।उल्लेखनीय है कि 20 लाख कर्मियों वाली पीएलए विश्व में सबसे बड़ी सेना है।