नई दिल्ली : चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस का खतरा अब पूरी दुनिया में फैल चुका है। 25 से भी ज्यादा देश इसकी चपेट में आ चुके हैं। केवल चीन में ही 2 हजार से ज्यादा इससे मौतें हो चुकी हैं जबकि 70 हजार से भी ज्यादा लोग इससे संक्रमित बताए जा रहे हैं।
दुनिया के टॉप साइंटिस्ट, डॉक्टर और शोधकर्ताओं ने इसका इलाज ढूंढ़ने के लिए दिन रात एक कर दिए हैं वहीं दूसरी तरफ शुरू से ये आशंका जताई जा रही है कि ये बीमारी मांस का आहार करने के कारण हो रहा है। चीन में चमगादड़, सांप, कुत्ते और बिल्लियों जैसे जीव जन्तुओं का मीट खाया जाता है। कहा जा रहा है कि इन्हीं सबके खाने से ये जानलेवा बीमारी फैल रही है।
आधुनिक सभ्यता के लिए बताया जरूरी
ताजा खबरों के मुताबिक चीन में कुत्ते और बिल्ली के मीट को खाने पर बैन लगा दिया है। जबकि दूसरी तरफ अभी भी कई ऐसे जीव जन्तु हैं जिनके मीट खाने पर बैन नहीं लगाया गया है इनमें से हैं चिकेन, पोर्क, बीफ, रैबिट, फिश और सीफूड इत्यादि। जारी किए गए नोटिस में कहा गया कि विकसित देशों में और आधुनिक सभ्यता के लिए इस तरह की प्रैक्टिस जरूरी है।
'जानवरों के जरिए फैला वायरस'
वैज्ञानिकों का मानना है कि ये वायरस जानवरों के जरिए इंसानों में फैल रहा है। शुरूआत में वैसे इंसानों में इस वायरस के लक्षण पाए गए थे जो चीन के हुबेई प्रांत के मीट बाजार के ज्यादा संपर्क में रहते थे और ज्यादा से ज्यादा मात्रा में जंगली जीव जन्तुओं जैसे चमगादड़, सांपों के मीट का सेवन करते थे।
एनीमल वेलफेयर ग्रुप ने किया स्वागत
नोटिस में कुत्ते और बिल्ली को पेट (pets) की संज्ञा दी गई है इसलिए इसके खाने पर बैन लगा दिया गया है। हालांकि सांपं, कछुओं और मेढ़क को इस लिस्ट नहीं रखा गया है जबकि चीन में ये ज्यादा लोकप्रिय डिश हैं। एनीमल वेलफेयर ग्रुप के चाइना पॉलिसी एक्सपर्ट पीटर ली ने इस पर कहा कि कुत्ते और बिल्ली के मीट को खाने की लिस्ट से बाहर रखना एक स्वागत योग्य कदम है। दूसरी तरफ गधों, बत्तख और कबूतर जैसे जीवों के खाने पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
पकड़े जाने पर लगेगा इतना जुर्माना
अगर कोई प्रतिबंधित कुत्ते और बिल्ली के मीट का सेवन करता हुआ पाया जाता है तो उसे 20,000 युआन (करीब 2 लाख रुपए से भी अधिक) का भुगतान जुर्माना स्वरुप करना होगा। इसके अलावा अगर कोई इनके मीट की बिक्री करता हुआ पाया जाता है तो उसके ऊपर 50,000 युआन का जुर्माना लगाया जाएगा।