- ब्रिटेन में चीनी राजनयिक के ट्विटर हैंडल से एक पॉर्न वीडियो को लाइक किया गया
- हॉन्गकॉन्ग में मानवाधिकारों के एक पैरोकार ने इसका स्क्रीनशॉट शेयर किया
- इस मामले ने तूल पकड़ लिया, भद्द पिटती देख चीन आगे आया और सफाई दी
बीजिंग/लंदन : ब्रिटेन में चीन के राजदूत लियू शियाओमिंग एक अजीबोगरीब विवाद में फंस गए हैं। यह सामने आया है कि उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अकाउंट से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक अश्लील (पॉर्नोग्राफिक) क्लिप को 'लाइक' किया गया। इसके बाद चीनी राजनयिक को लेकर सोशल मीडिया पर खूब कमेंट किया जाने लगा और लोग इसका मजाक भी बनाने लगे। मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि चीन को सफाई देनी पड़ी। चीन ने अब ट्विटर से शिकायत की है कि वह इस मामले की जांच करे।
चीनी राजनयिक के ट्विटर हैंडल से सोशल मीडिया के एक पॉर्न क्लिप को 'लाइक' किए जाने का स्क्रीनशॉट हॉन्गकॉन्ग वॉच से जुड़े ल्यूक डे पुलफोर्ड ने शेयर किया था, जो हॉन्गकॉन्ग में मानवाधिकारों की स्थिति, लोगों की स्वतंत्रता और वहां कानून के शासन पर करीब से नजर रखता है। मानवाधिकारों के पैरोकार ल्यूक ने यह स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, 'हैरानी हुई, पर जैसे ही मुझे उगइर नजरबन्दी-शिविर और हॉन्गकॉन्ग की याद आई, मैं इससे उबर गया।'
चीन की सफाई
राजदूत के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जैसे ही एक अश्लील पॉर्न को लाइक किए जाने का मामला सामने आया और चीन को अपनी भद्द पिटती दिखी, उसने तुरंत इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लियू शियाओमिंग के ट्विटर हैंडल को कुछ चीन विरोधी तत्वों ने निशाना बनाया और लोगों को धोखा देने के लिए यह कुत्सित तरीका अपनाया। ब्रिटेन स्थित चीनी दूतावास ने ट्विटर से भी शिकायत की है और मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी विस्तृत जांच करवाने की मांग की है। हालांकि ट्विटर की तरफ से इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं आई है।
यहां उल्लेखनीय है कि चीन में अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की तरह ट्विटर भी प्रतिबंधित है। लेकिन विगत कुछ समय में चीन के मौजूदा शासन, देश के विभिन्न इलाकों में मानवाधिकारों की स्थिति, खासकर उइगर मुसलमानों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार, हॉन्गकॉन्ग में लोगों की स्वतंत्रता व अधिकारों के दमन, तिब्बत की स्थिति, कोरोना वायरस संक्रमण सहित कई मसलों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं और चीन की आलोचना हो रही है। इन्हीं आलोचनाओं का जवाब देने के लिए चीन के अधिकारी, खासकर विदेश मंत्रालय के अधिकारी हाल ही में ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आए हैं।