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Europe Drought: यूरोप में पड़ा ऐसा सूखा कि नदियां उगलने लगी 'खजाना', मिला डूबा हुआ जर्मन पोत और बेशकीमती पत्थर

Updated Aug 25, 2022 | 16:45 IST

भीषण गर्मी के कारण यूरोप के कई हिस्सों में सूखे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई जगहों पर पानी की किल्लत हो गई है और नदियां सूख गईं हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
यूरोप में पड़ रही भीषण गर्मी
मुख्य बातें
  • यूरोप में पड़ रही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी
  • सूख चुकी है कई नदियां, पानी की हो रही है किल्लत
  • यूरोप में पड़ रहा बीते 500 सालों का भीषण सूखा

यूरोप में इस साल रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। इस गर्मी ने पिछले 500 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। गर्मी से यूरोप के कई हिस्से भारी मुसीबत में हैं। हाल ये है कि कई नदियों में पानी का लेवल इतना गिर गया है कि उसके तल में सालों से पड़े सामान दिखने लगे हैं। कई नदियों में बेशकीमती पत्थर दिखे हैं तो किसी में द्वितीय विश्वयुद्ध के समय का पोत और बम मिले हैं।

स्पेन में मिला पत्थर

भीषण गर्मी के कारण स्पेन की नदियों और जलाशायों का बुरा हाल है। पानी एकदम से निचले लेवल तक पहुंच गया है। इन्हीं नदियों में पुरातत्वविदों को "स्पेनिश स्टोनहेंज" नामक एक प्रागैतिहासिक पत्थरों का घेरा मिला है। स्पेन के वाल्डेकानस जलाशय में यह पत्थर पाए गए हैं। इस जलाशय का जलस्तर 28 प्रतिशत से ज्यादा गिर गया है। जिसके बाद ये पत्थर जलाशय के एक कोने में दिखने लगे।

सर्बिया के पोर्ट पर जर्मन पोतें

यूरोप की बड़ी नदियों में से एक, डेन्यूब, सूखे के कारण अपने सबसे निचले स्तर पर है। जिससे सर्बिया के रिवर पोर्ट पर प्राहोवो के पास दूसरे विश्व युद्ध के समय के 20 से अधिक जर्मन युद्धपोतों का पता चला है। ये युद्धपोतें उस समय जंग के दौरान डूब गईं थीं। ये युद्ध पोत जंग के समय जर्मनी के काला सागर बेड़े का हिस्सा थे और डेन्यूब के पास गश्त के लिए तैनात थे। सोवियत रूस के हमले में ये नष्ट हो गए थे।

इटली में मिला बम

इटली के पो नदी पर भी इस भीषण गर्मी का असर पड़ा है और वो उसका जलस्तर भी काफी हम हो गया। पानी कमने के बाद इस नदी के तट में द्वितीय विश्वयुद्ध के समय का खतरनाक बम मिला हैं। इन बमों का वजन 450 किलो था। बम मिलने के बाद इटली ने इस इलाके में इमरजेंसी घोषित कर दिया था। मंटुआ शहर के करीब बोर्गो वर्जिलियो के उत्तरी गांव के पास रहने वाले लगभग 3,000 लोगों को वहां से निकाला गया। ताकि इस बम को सुरक्षित डिफ्यूज किया जा सके।  

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