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टेरर फंडिंग को लेकर पाकिस्‍तान पर लटक रही FATF की तलवार, कोरोना के कारण मिल सकती है 'फौरी राहत'

Updated Apr 08, 2020 | 20:18 IST

पाकिस्‍तान आतंकवाद के वित्‍त पोषण व मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर जून 2018 से ही  FATF की 'ग्रे लिस्‍ट' में है। उसकी कार्रवाइयों को लेकर समीक्षा होनी है, जिसमें उसे 'ब्‍लैक लिस्‍ट' भी किया जा सकता है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP, File Image
पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान

इस्‍लामाबाद : दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच पाकिस्‍तान को एक फ्रंट पर राहत मिलती नजर आ रही है। टेटर फंडिंग मामले में पाकिस्‍तान की कार्रवाई की समीक्षा के लिए होने वाली फाइनेंशियल एक्‍शन टास्‍क फोर्स  (FATF) की बैठक टल सकती है, जिसे लेकर पाकिस्‍तान की सांसें अटकी हुई हैं। पाकिस्‍तान पहले से ही  FATF की 'ग्रे लिस्‍ट' में है और जून में इसकी बैठक होनी थी।

पाक‍िस्‍तान को मिला था जून तक का समय

पाकिस्‍तान जून 2018 से ही  FATF की 'ग्रे लिस्‍ट' में है और आतंकवाद के वित्‍त पोषण व मनी लॉन्ड्रिंग पर अंकुश लगाने के लिए उसे  इस बहुपक्षीय अंतरराष्‍ट्रीय संस्‍था की 27 सूत्री कार्ययोजना पर पूरी तरह अमल के लिए उसे जून 2020 तक का समय दिया गया था। पाकिस्‍तान की ओर से उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए FATF की यह बैठक 21-26 जून के बीच बीजिंग में होने वाली थी, लेकिन अब यह कोरोना वायरस के कारण टल सकती है। 

अब अक्‍टूबर में होगी समीक्षा?

'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि FATF की ओर से स्‍टेट बैंक ऑफ पाकिस्‍तान को बताया गया है कि बीजिंग में 21-26 जून की बैठक टल गई है और पाकिस्‍तान ने टेटर फंडिंग व मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ कितनी कारगर कार्रवाई की, इसकी समीक्षा अब अक्‍टूबर में की जाएगी। अधिकारी के मुताबिक, पाकिस्‍तान को पहले परफॉरमेंस रिपोर्ट 20 अप्रैल तक देनी थी, लेकिन अब यह अगस्‍त में रिपोर्ट देगा, जिसकी समीक्षा अक्‍टूबर में होगी।

FATF का नहीं आया है आधिकारिक बयान

अधिकारी ने यह भी कहा कि इस वैश्विक स्‍वास्‍थ्‍य संकट के कारण पाकिस्‍तान को इसके लिए अतिरिक्‍त समय मिल गया है कि अगर इस दिशा में कोई कमी रह गई हो तो वह इसे दुरुस्‍त कर ले। इस संबंध में हालांकि FATF की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। FATF पूर्व में पाकिस्‍तान को चेता चुका है कि अगर उसने आतंकवाद के वित्‍त पोषण और मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर 27 सूत्री कार्य योजना पर अमल नहीं किया तो वह उसे 'ब्लैक ल‍िस्‍ट' कर सकता है।

चरमरा सकती है पाक‍िस्‍तान की अर्थव्‍यवस्‍था

अगर ऐसा होता है तो पहले से ही खस्‍ताहाल पाकिस्‍तान की अर्थव्‍यवस्‍था और चरमरा सकती है। फरवरी में हुई एक प्‍लेनरी मीटिंग में FATF ने टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ पाकिस्‍तान के प्रयासों को नाकाफी बताते हुए इस पर असंतोष जताया था और कहा था कि कार्य योजना पर अमल के लिए पाकिस्‍तान को दी गई सभी समय सीमा अब तक समाप्‍त हो चुकी है।