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सूटकेस में डॉलर-यूरो लेकर फरार हो रही थीं यूक्रेन के पूर्व सांसद की पत्नी,हंगरी बॉर्डर पर पकड़ी गईं

Updated Mar 21, 2022 | 09:28 IST

Russia Ukraine war news : यूक्रेन में युद्ध की वजह से जहां एक ओर मानवीय संकट पैदा हो गया है, वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो भारी-भरकम नकदी के साथ देश से फरार होना चाहते हैं। इनमें यूक्रेन के एक पूर्व सांसद की पत्नी भी शामिल हैं। पूर्व सांसद की पत्नी नकदी के साथ हंगरी की सीमा पर पकड़ी गई हैं।

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नकदी के साथ हंगरी की सीमा पर पकड़ी गईं यूक्रेन के पूर्व सांसद की पत्नी। -तस्वीर ट्विटर
मुख्य बातें
  • यूक्रेन पर रूस के हमलों के बाद इस देश में मानवीय संकट पैदा हो गया है
  • करीब एक करोड़ लोग देश छोड़कर पोलैंड और हंगरी में शरण ले चुके हैं
  • यूक्रेन के पूर्व सांसद की पत्नी डॉलर और यूरो लेकर देश से भाग रही थीं

Russia Ukraine war : गत 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां के शहर तबाह एवं बर्बाद हो गए हैं। एक करोड़ से ज्यादा लोग पड़ोसी देशों में पनाह ले चुके हैं। सुरक्षित ठिकानों की तलाश में बड़ी संख्या में लोग आज भी हंगरी, पोलैंड और रोमानिया पहुंच रहे हैं। युद्ध की वजह से यूक्रेन में मानवीय संकट पैदा हो गया है। लोगों तक जरूरत के सामान पहुंच नहीं पा रहे हैं। हालांकि, कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके पास 'अकूत संपत्ति' है और वे अपने रुपए-पैसों के साथ देश से निकलना चाहते हैं। 

हंगरी सीमा पर पकड़ी गईं पूर्व सांसद की पत्नी

मीडिया संगठन NEXTA की रिपोर्ट के मुताबिक इन्हीं लोगों में यूक्रेन के एक पूर्व सांसद की पत्नी शामिल हैं। पूर्व सांसद की पत्नी का नाम कोत्वीत्सकी है। वह हंगरी सीमा पर डॉलर एवं यूरो से भरे सूटकेस के साथ पकड़ी गई हैं। हंगरी बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने जब उनका सूटकेस खोला तो वे दंग रह गए। इन सूटकेसों में 2.8 करोड़ डॉलर और 13 लाख यूरो की नकदी थी। रिपोर्ट के मुताबिक कोत्वीत्सकी देश छोड़कर भाग रही थीं। वह जकरपट्टिआ प्रांत से होकर हंगरी में दाखिल होना चाहती थीं, इससे पहले कि वह हंगरी में दाखिल हो पातीं, सीमा पर तैनात हंगरी के सुरक्षागार्डों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद पूर्व सांसद की पत्नी को अपने इस धन के बारे में बताना पड़ा। 

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यूक्रेन में पैदा हो गया है मानवीय संकट
युद्ध की वजह से यूक्रेन में मानवीय संकट पैदा हो गया है। जरूरत मंद लोगों तक दवाएं एवं खाने-पीने की चीजें पहुंच नहीं पा रही हैं। रेड क्रास सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां प्रभावितों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रास (आईसीआरसी) का कहना है कि यूक्रेन में लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। लोगों की जरूरतें बहुत ज्यादा हैं। हालात यहां पर लगातार खराब हो रहे हैं।  गत 15 मार्च को आईसीआरसी ने बताया कि उसके 11 ट्रक 200 टन की राहत सामग्री लेकर यूक्रेन पहुंच गए। इन राहत सामग्रियों में भोजन, चिकित्सा सामग्री, घायल लोगों के उपचार के लिए किट एवं अन्य जरूरी सामान थे। 

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रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज किए
रूस-यूक्रेन यु्द्ध का अभी समाधान होता नहीं दिख रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि वह अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह बातचीत असफल होती है तो 'तीसरा विश्व युद्ध' भी शुरू हो सकता है। गतिरोध एवं संकट का हल निकालने के लिए रूस और यूक्रेन के बीच लगातार बातचीत चल रही है लेकिन अभी तक दोनों देश किसी सर्वमान्य नतीजे पर नहीं पहुंच चुके हैं। यूक्रेन अपनी हार मानने एवं सरेंडर करने के लिए तैयार नहीं है। यूक्रेन के इस रुख को देखते हुए रूस ने उस पर अपने हमले और तेज कर दिए हैं।