- अमेरिका और ईरान के बीच जंग का खतरा, इराक एयरबेस पर रॉकेट से हमला
- इराक में सैन्य अड्डे पर पर दागी गई 4 मिसाइलों में चार लोगों के घायल होने की खबर
- ईरानी गार्ड का कहना है कि उनके इस हमले का मकसद किसी अमेरिकी सैनिक को मारना नहीं
नई दिल्ली : ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम होता नजर नहीं आ रहा है। ताजा खबर के मुताबिक इराक के बलाड में अमेरिकी एयरबेस पर चार रॉकेट हमले किए गए हैं। इस हमले में इराक के चार सुरक्षाकर्मी भी घायल बताए जा रहे हैं।
इराक के बलाड एयरबेस जिस 8 कत्युषा रॉकेट से हमला किया गया जिसमें इराकी वायु सेना के चार सदस्य घायल हो गए हैं इनमें दो ऑफिसर लेवल के सदस्य भी हैं। इराक ज्वाइंट ऑपरेशन कमांड की तरफ से जारी बयान में ये जानकारी दी गई। ईरानी अधिकारी के मुताबिक, उनके इस हमले का मकसद किसी अमेरिकी सैनिक को मारना नहीं है।
बता दें कि इससे पहले 5 जनवरी को जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद इरान इराक समेत मध्य पूर्व में काफी तनाव बढ़ गया है। ईरान ने अपने सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए इराक स्थित अमेरिकी सैन्य बलों के ठिकानों पर हमले किए।
बता दें कि बगदाद में अमेरिकी सेना के रॉकेट हमले में इरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए बुधवार को भी अमेरिकी एयरबेस पर दर्जनों मिसाइल से हमले किए थे। इसके बाद तेहरान ने भी आक्रामक रुख अपनाते हुए इराक में अमेरिकी सैनिकों के दो ठिकानों पर मिसाइल से दागे।
सेना की ओर से जारी बयान के अनुसार, अल-बलाद एयरबेस पर कात्युसा श्रेणी के आठ रॉकेट गिरे जिसमें दो इराकी अधिकारी और दो पायलट घायल हुए हैं। अल-बलाद इराक की एफ-16 के लिए मुख्य एयरबेस है। इराक ने इन विमानों को अपनी हवाई क्षमता बढ़ाने के लिए अमेरिका से खरीदा है।
सैन्य सूत्रों के मुताबिक इस एयरबेस पर अमेरिकी वायुसेना की छोटी टुकड़ी और अमेरिकी ठेकेदार रहते थे, लेकिन पिछले दो सप्ताह में अमेरिकी-ईरान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर ज्यादा अमेरिकी यहां से पहले ही जा चुके हैं।
सूत्र ने बताया, ‘अल-बलाद में बमुश्किल 15 अमेरिकी सैनिक और एक विमान है।’ हाल के महीनों में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती वाले शिविरों पर रॉकेटों और मोर्टार से लगातार हमले हो रहे हैं। हालांकि इन हमलों में ज्यादातर इराकी सैनिक ही घायल होते हैं, लेकिन पिछले महीने एक अमेरिकी ठेकेदार भी मारा गया था।