- ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया प्रकार सामने आने से खतरा काफी बढ़ गया है
- प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में नए सिरे से सख्त प्रतिबंधों को लागू किया है
- यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन के लिए होने वाली अपनी उड़ानें स्थगित कर दी हैं
नई दिल्ली : ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) की पहचान होने के बाद वहां लॉकडाउन एवं पाबंदियां लगाने का दौर शुरू हो गया है। ब्रिटेन में संक्रमण फैलने के लिए कोरोना के इस नए रूप को जिम्मेदार बताया जा रहा है। ब्रिटेन में कोरोना के इस नए रूप से फैल रहे संक्रमण को देखते हुए कई देशों ने लंदन के लिए अपनी उड़ानों को बंद कर दिया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का कहना है कि कोरोना का यह नया वायरस 70 प्रतिशत तक ज्यादा संक्रमण फैलाने वाला है। ब्रिटेन के अधिकारियों ने वायरस के इस नए प्रकार को 'नियत्रंण से बाहर' करार दिया है।
कोरोना वायरस का नया प्रकार (स्ट्रेन) सामने आने के बाद रविवार को यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है ताकि इसका प्रकोप उनके देशों में नहीं पहुंचे जबकि कई अन्य देश ऐसे ही प्रतिबंधों को लेकर विचार कर रहे हैं। नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और इटली ने ब्रिटेन की यात्रा पर रोक लगाने संबंधी घोषणा कर दी है। कोरोना के इस नए प्रकार से संक्रमित एक मरीज इटली में मिला है। मरीज और उसके पार्टनर ने हाल ही में ब्रिटेन की यात्रा से लौटे हैं।
वायरस का नया प्रकार कितना खतरनाक, अभी यह जानकारी नहीं
कोरोना वायरस का यह नया प्रकार कितना खतरनाक और ब्रिटेन में हाल ही में जारी टीका इसके खिलाफ कितना कारगर है, इस बारे में अभी जानकारी नहीं है। कोविड-19 का यह नया वायरस नीदरलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में भी मिला है। ब्रिटेन सहित यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस का नए प्रकार मिलने के बाद भारत सरकार हरकत में आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के इस नए प्रकार पर चर्चा करने के लिए अपने संयुक्त निगरानी समूह की सोमवार को आपात बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि ब्रिटने में वायरस के इस नए प्रकार में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ा दी है।
ईयू के कई देशों ने ब्रिटेन की अपनी उड़ानों पर रोक लगाई
दक्षिण इंग्लैंड में वायरस का नया प्रकार सामने आने के बाद यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है ताकि इसका प्रकोप उनके देशों में नहीं पहुंचे जबकि कई अन्य देश ऐसे ही प्रतिबंधों को लेकर विचार कर रहे हैं। फ्रांस, जर्मनी नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और इटली ने ब्रिटेन की यात्रा पर रोक लगाने संबंधी घोषणा कर दी है। फ्रांस ने रविवार मध्यरात्रि के बाद से 48 घंटों के लिए ब्रिटेन से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगा दी।
ब्रिटेन की रेल सेवा भी बंद
जर्मनी की सरकार ने कहा कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों को रोक रही है। नीदरलैंड ने कम से कम इस साल के अंत तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। वहीं, बेल्जियम ने रविवार मध्यरात्रि से लेकर अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाने की घोषणा की है। साथ ही ब्रिटेन की रेल सेवाओं की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है। उधर, ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाएंगे। हालांकि, उन्होंने प्रतिबंध के समय से संबंधित कोई भी जानकारी साझा नहीं की।
ब्रिटेन में नए सिरे से लागू हुए प्रतिबंध
यूरोपीय संघ के सदस्य तीनों देशों की सरकारों ने कहा कि वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा लंदन और आसपास के इलाकों के लिए शनिवार को उठाए गए सख्त कदम के मद्देनजर यह फैसला कर रही हैं। इससे पहले जॉनसन ने श्रेणी-4 के सख्त प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन सामने आया है, जो पूर्व के वायरस के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है और लंदन व दक्षिण इंग्लैंड में तेजी से संक्रमण फैला सकता है।