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पाकिस्तान में महक को बना दिया फातिमा, जबरन धर्म परिवर्तन के बाद कराई शादी 

Updated Dec 27, 2019 | 14:09 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Hindu girl converted in Pakistan : कराची में एक हिंदू लड़की को अगवा कर उसकी शादी जबरन एक मुस्लिम युवक से कराई गई है। शादी से पहले लड़की का धर्म परिवर्तन भी किया गया। लड़की के परिजनों ने इसकी शिकायत की है।

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पाकिस्तान में अल्पसंख्यक परिवारों का उत्पीड़न जारी है।
मुख्य बातें
  • पांच दिन पहले कराची के डिफेंस इलाके से अगवा हुई 22 साल की महक
  • पिता का कहना है कि उन्हें उनकी लड़की से मिलने नहीं दिया जा रहा
  • लड़की का वीडियो सामने आया, अपनी इच्छा से शादी की बात कबूली

नई दिल्ली : अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का दावा करने वाले पाकिस्तान के झूठ का एक बार फिर पर्दाफाश हुआ है। यहां एक और हिंदू लड़की को अगवा कर उसका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया है और उसकी शादी एक मुस्लिम युवक से कराई गई है। कराची में 22 वर्षीय महक नाम की लड़की का धर्म परिवर्तन कर उसे मुस्लिम युवक से शादी करने के लिए बाध्य किया गया है। यही नहीं महक का नाम बदलकर फातिमा कर दिया गया है। हिंदू लड़की का परिवार अब इमरान खान सरकार से न्याय की मांग कर रहा है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी लड़की को अगवाकर जबरन उसकी शादी मुस्लिम लड़के से कराई गई है। 

लड़की के पिता का कहना है कि पांच दिनों पहले उनकी लड़की को कराची के डिफेंस इलाके से अगवा किया गया। पीड़ित पिता ने कहा, 'पांच दिनों के बाद उसका एक वीडियो आया है। इन पांच दिनों में उसके साथ क्या हुआ होगा। कोई भी हमें उससे नहीं मिला रहा है।' महक के फातिम बनने के बाद एक वीडियो आया है, इस वीडियो में वह कलमा पढ़ने के बाद कहती है, '...मेरा नाम फातिमा है, मैंने रजामंदी से मियां जावेद अहमद से शादी की है। मुझे इस शादी के लिए मजबूर नहीं किया गया है। मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल किया है। मैं अपने माता-पिता से गुजारिश करती हूं कि वे मुझे अपनी मर्जी से जिंदगी गुजारने दें।'

पाकिस्तान में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाली धार्मिक प्रताड़ना के खिलाफ लोग सड़कों पर निकलकर इमरान खान सरकार से अपने लिए इंसाफ की मांग की है। प्रदर्शनकारियों का कहना है, 'हम इमरान खान सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इससे पहले भी काफी वीडियो आए हैं जिससे पता चलता है कि अगवा होने के बाद हिंदू लड़की ने शादी कर ली है। शादी करना जुर्म नहीं है लेकिन उन्हें भी मुसलमान लड़कियों की तरह अधिकार दिया जाए।'

पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कर शादी कराने का यह पहला मामला है नहीं है। इसके पहले भी अल्पसंख्यक समुदाय की कई लड़कियों की शादी जबरन मुस्लिम युवकों से कराई गई है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की धार्मिक प्रताड़ना पर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्थाओं ने कई बार अंगुली उठाई है लेकिन पाकिस्तान की सरकार अपने यहां के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की चिंता करने के बजाय भारत के नागरिकता कानून पर सवाल उठा रही है। 

पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों का धार्मिक उत्पीड़न का भारत सरकार का दावा साबित हुआ है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं बांग्लादेश से धार्मिक रूप से प्रताड़ित होकर आए हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन एवं पारसी समुदाय को भारत सरकार नागरिकता देने के लिए कानून बनाई है। इस कानून से इमरान खान डर गए हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि विरोध-प्रदर्शनों से ध्यान हटाने के लिए भारत पीओके में कोई कार्रवाई कर सकता है।