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Pakistan: लद्दाख में चीन की हिमाकत पर इमरान खान का नापाक बयान, भारत पर ही लगा दिया विस्तारवादी नीति का आरोप

Updated May 28, 2020 | 08:41 IST

Imran Khan reaction Indian China Tension: पाकिस्तान और चीन का भारत के खिलाफ गठजोड़ एक बार फिर उभरकर सामने आ रहा है। हाल में पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने लद्दाख के गतिरोध पर बयान दिया है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (फाइल फोटो)
मुख्य बातें
  • चीन की चालाकी को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दिया समर्थन
  • उल्टे भारत पर लगाया विस्तारवादी नीति अपनाने का आरोप
  • अपने पड़ोसियों को धमकाने का काम करता है भारत: इमरान

नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को भारत पर 'अभिमानी विस्तारवादी नीतियों' से अपने पड़ोसियों को धमकी देने का आरोप लगाया। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ चीन के साथ तनाव और नेपाल के साथ सीमा विवाद के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने प्रतिक्रिया दी है। चीन की दूसरे देशों के हिस्से को हड़पने की विस्तारवादी नीति जगजाहिर है लेकिन पाकिस्तान ने उल्टे भारत पर ही यह आरोप लगाया है।

नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए, इमरान खान ने कहा, 'हिंदुत्ववादी मोदी सरकार नाज़ी के लेबेन्सरम की तरह अपनी अभिमानी विस्तारवादी नीतियों के साथ भारत के पड़ोसियों के लिए खतरा बन रही है। वह नागरिकता अधिनियम के माध्यम से बांग्लादेश, नेपाल और चीन के साथ सीमा विवाद और झूठे फ्लैग ऑपरेशन के साथ पाक को धमकाने का काम कर रही है।'

उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने पर भी अपना रुख दोहराते हुए भारत के कदम को अवैध बताया और भारत के हिस्से वाले कश्मीर में अल्पसंख्यकों के साथ गलत व्यवहार करे की भी बात कही।

लद्दाख में चीन- भारत आमने सामने:
इस महीने की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख की एक झील पैंगोंग त्सो के पास भारतीय और चीनी सैनिकों के आने के बाद गतिरोध की स्थिति पैदा हो गई है। तब से, पूर्वी लद्दाख में LAC पर तनाव को कम होता नहीं दिख रहा है और भारत ने लद्दाख में घुसने वाले चीनी सैनिकों के सामने अपनी सेना के जवानों की तैनाती कर दी है।

गतिरोध को लेकर चीन- भारत के सैन्य कमांडरों की बैठक:
लद्दाख में, गतिरोध को सुलझाने के लिए भारतीय और चीनी सैन्य कमांडरों के बीच कम से कम छह दौर की वार्ता हुई है, लेकिन तनाव का मामला सुलझाने में सफलता नहीं मिली है। सूत्रों का कहना है कि एलएसी पार तीन जगहों पर घुसपैठ करने वाले चीनियों ने भारतीय क्षेत्र से बाहर जाने या तनाव को कम करने से इनकार कर दिया है। गैलवान घाटी में, चीनियों ने LAC के किनारे सैनिकों की बड़ी संख्या में तैनाती कर दी है।

चीन की कुटिल चाल, पड़ोसियों का कर रहा इस्तेमाल:
सिक्किम में नाथू ला, लद्दाख में गैलवान नदी और पांगोंग त्सो में तनाव के अलावा, सीमा मानचित्र मुद्दे पर नेपाल सरकार के व्यवहार को सुरक्षा विशेषज्ञों ने चिंताजनक बताया है। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने ने हाल ही में कहा था कि नेपाल किसी तीसरे देश के इशारे पर ऐसी हरकत कर रहा है। जाहिर है चीन घुसपैठ के बाद पाकिस्तान, नेपाल जैसे देशों को मुहरा बनाकर तनाव के लिए भारत को दोषी दिखाने की कुटिल चाल चल रहा है।