- चीन कोरोना के मामलों को लेकर हमेशा से ही दुनिया को गुमराह करता रहा है
- पिछले महीने चीन माना था कि वुहान में आंकड़ों से अधिक हुई थी मौतें
- कोरोना के मामलों को लेकर अमेरिका लगातार चीन पर झूठ बोलने का लगाते रहा है आरोप
नई दिल्ली: कोरोना के आंकड़ों को लेकर चीन पर हमेशा आरोप लगते रहे हैं कि उसने इन्हें लेकर झूठ बोला है और अब एक रिपोर्ट में इसकी सच्चाई बाहर आ गई है। अब अमेरिका की एक गैर मुनाफे वाली न्यूज संस्था '100 रिपोटर्स' औऱ फॉरेन पॉलिसी मैगजीन नो जो रिपोर्ट साझा की है वो चीन के झूठ को उजागर करती है। चीनी सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक वहां केवल 82919 कोरोना केस ही सामने आए थे लेकिन इस रिपोर्ट की मानें तो चीन में इससे 8 गुना अधिक मामले सामने आए थे जिनकी संख्या 6.40000 हो सकती है।
कई जगहों को किया गया है कवर
यह डेटा कथित तौर पर चीनी सेना के नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी से लीक होकर इन संगठनों के पास चले गए हैं। डेटा में अस्पतालों, अपार्टमेंट्मेंट, होटल, सुपरमार्केट, रेलवे स्टेशन, रेस्तरां, और चीन में फैले स्कूलों के कवर होने का दावा किया गया है।
6 लाख से अधिक केस
100 रिपोर्टर्स में लिखा है, 'हालांकि डेटा पूरी तरह से व्यापक नहीं है, लेकिन यह अविश्वसनीय रूप से रिच है। सूचना के मुताबिक चीन में 640,000 से मामले सामने आए जिनमें 230 शहर शामिल हैं।' इस रिपोर्ट में फरवरी के अंत से लेकर अप्रैल के शुरू तक के आंकड़ों का तारीखवार विवरण हैं और प्रत्येक अपडेट में, स्थान, देशांतर और पुष्ट मामलों का विवण दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, वुहान, हुबेई प्रांत इस वायरस का केंद्र रहा और उसके आसपास के इलाकों में हुई मौत के आंकड़े भी इसमें शामिल हैं।
सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं डेटा
हालांकि, डेटासेट में उन व्यक्तियों के नाम शामिल नहीं हैं जो इस बीमारी के संपर्क में आ गए हैं। दोनों संगठन स्वतंत्र रूप से इसकी प्रामाणिकता को सत्यापित नहीं कर सके हैं। फॉरने पॉलिसी और 100 रिपोर्टर्स, जिन्होंने इस डेटा को प्रकाशित किया है उन्होंने दावा किया है कि वह सुरक्षा कारणों की वजह से अभी तक डेटाबेस को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं करा रहे हैं, लेकिन कोरोनावायरस के प्रसार का अध्ययन करने वाले शोधकर्ताओं के लिए डेटा उपलब्ध कराने के तरीके तलाश रहे हैं।
चीन ने कहा- निष्पक्ष रिपोर्टिंग हो
दोनों समाचार आउटलेट्स के अनुसार, लीक डेटा के सोर्स ने चीनी सैन्य डेटा साझा करने की संवेदनशीलता के कारण अपना नाम नहीं बताने को कहा है। रिपोर्ट के बाद चीन ने आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी नहीं की है लेकिन चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने विदेशी मीडिया आउटलेट को निष्पक्ष रिपोर्टिंग करने को कहा है। इससे पहले पिछले महीने ही चीन ने अपने कोरोना वायरस के अपने आकंड़ों में बदलाव किया था।