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इस्तांबुल में पकड़ा गया आईएस का मुखिया अबु अल हसन अल कुर्याशी, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा

Updated May 27, 2022 | 19:11 IST

मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आईएस के मुखिया की गिरफ्तारी इस्तांबुल में हुई है जिसके बारे में तुर्की के राष्ट्रपति आने वाले दिनों में औपचारिक तौर पर ऐलान कर सकते हैं।

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तुर्की में पकड़ा गया आईएस का मुखिया अबु अस हसन अल कुर्याशी !
मुख्य बातें
  • इस्तांबुल में आईएस मुखिया की गिरप्तारी का दावा
  • तुर्की के राष्ट्रपति कर सकते हैं औपचारिक ऐलान
  • इंस्ताबुल में लंबे समय से रह रहा था आईएस का मुखिया

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी संगठन आईएस के नए मुखिया को इस्तांबुल में गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें भरोसा है कि जो शख्स इस समय उनके कब्जे में है वो आईएस का मुखिया है। जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया है उसके बारे में तुर्की की न्यूज वेबसाइट ओडा टीवी का कहना है कि वो अबु अल हसन अल कुर्याशी है, जिसके बारे में बताया जा रहा है कि आईएस के मुखिया के मारे जाने के बाद इसने कमान संभाली थी।पुलिस ने उन मकान को देखा जहां वो लंबे समय से रह रहा था। ओडा टीवी के मुताबिक जब उसकी गिरफ्तारी की गई तो किसी तरह की फायरिंग नहीं की गई। 

आईएस मुखिया की गिरफ्तारी
तुर्की के अधिकारियों ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि सीरिया में अमेरिका के ऑपरेशन में अबु इब्राहिम अल हशीमी अल कुर्याशी के मारे जाने के बाद इसने कमान संभाली थी। ओडा टीवी का कहना है कि तुर्की के राष्ट्रपति अर्डोआन इसके बारे में औपचारिक तौर पर ऐलान कर सकते हैं। गुरुवार को वीसे रिपोर्ट के मुताबिक अबु हसन, जुमा अल बदरी ही है जो आईएस के पहले नेता अबु बक्र अल बगदादी का बड़ा भाई है। बगदादी के बारे में कहा जाता है कि उसने 2019 में अमेरिकी ऑपरेशन के दौरान खुद को उड़ा लिया था।। अल बगदादी के बाज अल हाशमी ने कमान संभाली लेकिन उसने भी अमेरिकी छापेमारी के बाद खुद को उड़ा लिया था। अल हाशमी के मारे जाने के एक महीने बाद आईएस ने अबु हसन अल हाशमी अल कुर्याशी को अमीर और मुस्लिमों का खलीफा घोषित किया था।

आईएस के खिलाफ तुर्की लड़ रहा लड़ाई
हाल के वर्षों में तुर्की ने सीरिया की सीमा पर आईएस से लड़ाई लड़ी है। पिछले दशक में आतंक के वैश्विक अभियान को चलाने के बाद से समूह का सफाया कर दिया गया है, लेकिन अभी भी अनुयायियों को आज्ञा देता है और जिहादियों के बीच हमलों को प्रेरित करना जारी रखता है।मार्च में, एक अरब इज़राइली, जिसे पहले समूह में शामिल होने के प्रयास के लिए जेल में डाल दिया गया था, ने बेर्शेबा में एक छुरा घोंप दिया और कार को टक्कर मार दी, जिसमें चार लोग मारे गए।कुछ दिनों बाद, दो अरब इजरायली बंदूकधारियों ने हदेरा शहर में एक शूटिंग हमला किया, जिसमें दो की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी।इजरायल के अधिकारियों का मानना है कि फेसबुक पर पोस्ट किया गया एक वीडियो और बाद में हमले से कुछ समय पहले आईएस और उसके नेता अबू अल-हसन अल-कुरैशी के प्रति दो शपथ ग्रहण करने वाले आतंकवादी समूह द्वारा जारी किया गया, प्रामाणिक था।


(वीडियो की पुष्टि TIMES NOW नवभारत नहीं करता है)