वाशिंगटन : सऊदी पत्रकार जमाल खाशोज्जी की हत्या का केस एक बार फिर चर्चा में है। बीते सप्ताह अमेरिकी इंटेलीजेंस की रिपोर्ट में इसके लिए सउदी क्राउन प्रिंस के खिलाफ उंगली उठाई गई। सऊदी अरब के शाही परिवार ने हालांकि इसमें 'युवराज' की किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। इस पूरे प्रकरण में हतीजे जेंग्गिज मजबूत इरादों वाली एक महिला के तौर पर सामने आई हैं, जिन्होंने बीते करीब डेढ़ साल से सऊदी क्राउन प्रिंस के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है।
हतीजे जेंग्गिज अमेरिका में निर्वासन में रह रहे सऊदी पत्रकार जमाल खाशोज्जी की मंगेतर हैं, जिन्होंने इस मामले में सऊदी क्राउन प्रिंस बिना देरी के सजा दिए जाने की मांग की है और कहा, 'ये जरूरी है कि एक बेगुनाह और मासूम व्यक्ति की बर्बर हत्या करने का आदेश देने वाले क्राउन प्रिंस को बिना देरी के सजा दी जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो यह मानवता पर एक धब्बा होगा और हमेशा हमें खतरे में डालेगा।'
सऊदी अरब के शासन में प्रभावी भूमिका रखने वाले क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को लेकर उनकी इस अपील ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान खींचा। खाशोज्जी जिस दिन लापता हुए थे जेंग्गिज कई घंटों तक तुर्की स्थित सऊदी दूतावास के बाहर उनका इंतजार करती रहीं।
खाशोज्जी (59) की हत्या 2 अक्टूबर, 2018 को तुर्की के इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में कर दी गई थी, जब वहां वह अपनी पूर्व पत्नी से तलाक सहित अपने कुछ निजी दस्तावेज लेने गए थे, ताकि हतीजे जेंग्गिज से शादी कर सकें।
मूलत: तुर्की से ताल्लुक रखने वाली हतीजे जेंग्गिज की इस वारदात के चार महीने पहले ही खाशोज्जी से सगाई हुई थी। तुर्की में अध्ययन-अध्यापन से जुड़ीं और विज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत जेंग्गिज ने तब कहा था, 'खुद को अंधेरे में पा रही हूं। समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं, क्या कहू?'
मंगेतर की नृशंस हत्या से बुरी तरह टूट चुकी जेंग्गिज ने हालांकि खुद को संभाला और खाशोज्जी को न्याय दिलाने के लिए मुहिम शुरू की, जिसमें उनके निशाने पर हैं सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान।