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क्या अपनी बहन से खौफजदा हो गए हैं किम जोन्ग उन, जोंग का कद घटाया तो उठने लगे सवाल 

Updated Jan 13, 2021 | 14:10 IST

सियोल स्थित कोरिया इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल यूनिफिकेशन के विश्लेषक ओह ग्येआंग सेओब का कहना है, 'इस तरह की अफवाहें कि जोंग अपने भाई की उत्तराधिकारी हैं, खतरनाक साबित हो सकती हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
क्या अपनी बहन से खौफजदा हो गए हैं किम जोन्ग उन।

सियोल : उत्तर कोरिया के बारे में जितनी बातें दुनिया को पता हैं उससे कहीं ज्यादा इस देश के बारे में रहस्य हैं। यह देश एक पहेली की तरह है। कभी इस देश के तानाशाह किम जॉन्ग उन कभी महीनों तक सार्वजनिक मंच से ओझल हो जाते हैं तो कभी सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाली उनकी बहन किम यो जोंग के बारे में कुछ पता नहीं चलता। उत्तर कोरिया के शासक की बहन जोंग के बारे में मीडिया में अटकलें लगने शुरू हो गई हैं। पार्टी की पोलितब्यूरो का पूर्णकालिक सदस्य न बनाए जाने पर सवाल किए जा रहे हैं। पूछा जा रहा है कि प्रभावशाली नेता जोंग आखिर कहा हैं?

सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की हुई है अहम बैठक
दरअसल, किम जॉन्ग उन ने हाल ही में सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के कांग्रेस की अहम बैठक की है। इस बैठक में उन्होंने बाहरी देशों के साथ उत्तर कोरिया के कूटनीतिक रिश्ते को लेकर नीति सार्वजनिक की है। इसके अलावा उन्होंने शक्तिशाली पोलितब्यूरो का नया ढांचा तैयार किया है लेकिन हैरानी की बात है कि इसमें जोंग को जगह नहीं दी गई है। पोलितब्यूरो से जोंग की गैरहाजिरी पर सवाल उठने लगे हैं। लोग पूछने लगे हैं कि पार्टी में किम जोन्ग उन के बाद नंबर दो की हैसियल रखने वाली उनी बहन जोंग कहां हैं? 

'पार्टी में अपनी बहन के बढ़ते कद से चिंतित हैं किम' 
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ लोगों का कहना है कि पार्टी की नीतियों के असफल होने पर किम जॉन्ग उन ने अपनी बहन का कद घटा दिया है। जबकि कुछ लोगों का मानना है कि पार्टी में अपनी बहन के बढ़ते कद से किम जॉन्ग उन चिंतित हैं, इसलिए उन्हें पोलितब्यूरो में जगह नहीं दी गई है। घरेलू स्तर पर उत्तर कोरिया आर्थिक संकट सहित कई ससस्याओं का सामना कर रहा है। इसलिए संकट के समय को देखते हुए किम ने देश की कमान पूरी तरह से अपने हाथों में ली है। 

'किम ने जानबूझकर उठाया होगा कदम' 
सियोल स्थित कोरिया इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल यूनिफिकेशन के विश्लेषक ओह ग्येआंग सेओब का कहना है, 'इस तरह की अफवाहें कि जोंग अपने भाई की उत्तराधिकारी हैं, खतरनाक साबित हो सकती हैं क्योंकि इन बातों से उत्तर कोरिया के भीतर किम जॉन्ग उन के स्वास्थ्य एवं सत्ता पर उनकी पकड़ के बारे में तरह-तरह की बातें उठती हैं। इसलिए, किम जॉन्ग उन अपनी बहन की सत्ता में पकड़ को कमजोर कर रहे होंगे।'

पोलितब्यूरो का पूर्णकालिक सदस्य नहीं बनीं जोंग
पोलितब्यूरो से जोंग को जगह न मिलने से हैरानी इसलिए भी जताई जा रही है क्योंकि पिछले साल उनको वैकल्पिक सदस्यता दी गई और उम्मीद जताई जा रही थी कि इस साल वर्कर्स पार्टी की कांग्रेस के दौरान उन्हें पोलितब्यूरो का पूर्णकालिक सदस्य बनाया जाएगा। मंगलवार को समाप्त हुई कांग्रेस की यह बैठक आठ दिनों तक चली। यह अपने आप में एक अलग की तरह की बैठक थी। बैठक जब शुरू हुई तो जोंग (32) को नेतृत्व करने वाले पोडियम पर जगह दी गई। पुरुष वर्चस्व वाले मंच पर जोंग अकेले दिखाई दीं। सोमवार को कांग्रेस ने पोलितब्यूरो के 30 वैकल्पिक एवं पूर्ण कालिक सदस्यों की घोषणा की तो इस सूची में किम जॉन्ग उन का नाम तो शामिल था लेकिन इसमें जोंग को जगह नहीं दी गई। 

'अपनी नेतृत्व को मजबूत करना चाहते हैं किम'
दक्षिण कोरिया की जासूसी एजेंसी की ओर से संचालिए होने वाले इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल सेक्युरिटी स्ट्रेटजी के पूर्व उप प्रमुख को यंग ह्वान का कहना है, 'कांग्रेस किम जॉन उन के नेतृत्व को मजबूत करना चाहता है। उनकी बहन जोंग को पोलितब्यूरो का यदि पूर्णकालिक सदस्य बना दिया जाता तो सभी की निगाहें उन पर लगी होतीं, ऐसे में संभव है कि किम जॉन्ग उन खुद को एक बोझ समझते।'