- इमरान खान के कश्मीर पर झूठ को लेकर यूएन में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा का करारा जबाव
- स्नेहा दुबे का वीडिया सामने आने के बाद लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं
- स्नेहा संयुक्त राष्ट्र में फर्स्ट सेक्रेटरी हैं, स्नेहा ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की थी
Sneha Dubey Profile: संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आईना दिखाने वाली यूएन में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा दुबे (Sneha Dubey)की खासी चर्चा हो रही है, दरअसल उन्होंने जिस सधे अंदाज में पाकिस्तान को जबाव दिया है उसके चलते इसके बाद सोशल मीडिया पर #SnehaDubey ट्रेंड करने लगा,आइए जानते हैं उनके बारे में
इमरान के भाषण पर भारत ने राइट टू रिप्लाई का प्रयोग करते हुए कड़ा जवाब दिया है। भारत की प्रतिनिधि स्नेहा दुबे ने कहा- आतंकियों के महिमामंडन के लिए पाकिस्तान ने यूएन के मंच का इस्तेमाल किया है। पाकिस्तानी नेता ओसामा बिन लादेन का महिमामंडन करते हैं। भारत ने पाकिस्तान से PoK से कब्जा छोड़ने की भी मांग की।
कौन हैं स्नेहा दुबे (Who Is Sneha Dubey)-
अभी स्नेहा संयुक्त राष्ट्र में फर्स्ट सेक्रेटरी हैं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्नेहा दुबे ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की थी, उनकी नियुक्ति विदेश मंत्रालय में हुई स्नेहा को साल 2014 में भारतीय दूतावास मैड्रिड में भेजा गया, बात उनकी एजुकेशन की तो बता दें कि स्नेहा की स्कूली शिक्षा गोवा में हुई है इसके बाद उन्होंने पुणे से हायर एजुकेशन पूरी की और फिर दिल्ली जेएनयू में स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से एम फिल किया था।
स्नेहा का वीडिया सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं अधिकांश यूजर्स का कहना है कि स्नेहा ने कम उम्र और कम एक्सपीरियंस के बाद भी पाकिस्तान को बेहतरीन जबाव दिया है लोग उनकी इस काबिलियत की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
"यह आग से लड़ने वाले के भेष में आग लगाने वाला देश है"
पाकिस्तान को दो टूक जवाब देते हुए भारत की प्रतिनिधि स्नेहा दुबे ने कहा, 'हम सुनते आ रहे हैं कि पाकिस्तान ‘आतंकवाद का शिकार’है लेकिन यह आग से लड़ने वाले के भेष में आग लगाने वाला देश है। पाकिस्तान आतंकवादियों को इस उम्मीद में पालता है कि वे केवल उसके पड़ोसियों को नुकसान पहुंचाएंगे। पाकिस्तान के लिए बहुलवाद को समझना बहुत मुश्किल है जो अपने अल्पसंख्यकों को सरकार में उच्च पदों की आकांक्षा रखने से रोकता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित सर्वाधिक आतंकवादियों को रखने का घटिया रिकॉर्ड पाकिस्तान के पास है और विश्वभर में माना जाता है कि पाकिस्तान आतंकवादियों का खुले तौर पर समर्थन करता है और उन्हें हथियार मुहैया करवाता है।'