- जालिम मुखिया को नेपाल पुलिस ने किया गिरफ्तार
- भारत में कोरोना के संदिग्धों को भेजने की साजिश में था शामिल
- पाकिस्तान के इशारे पर साजिश रचने का आरोप
नई दिल्ली। नेपाल पुलिस ने जालिम मुखिया को गिरफ्तार कर लिया है। इस शख्स पर आरोप है कि उसमे निजामुद्दीन मरकज में शामिल जमातियों को अपने यहां पनाह दिया था और भारत में कोरोना संदिग्धों को भेजने की फिराक में था। सशस्त्र सीमा बल ने अलर्ट जारी करते हुए बताया था कि भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में और इजाफा हो उसके लिए वो जालिम मुखिया को इस्तेमाल कर रहा है। नेपाल के जरिए बिहार में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की घुसपैठ करा सकता है।
साजिश का सूत्रधार है जालिम
जालिम मुखिया का घर नेपाल के परसा के जगन्नाथपुर का रहने वाला है। वो हथियार और नकली भारतीय नोटों की तस्करी में शामिल रहा है और नेपाल बॉर्डर के रास्ते हथियारों की स्मगलिंग करता है। यही नहीं जालिम की राजनीति में भी दखल है और यह भी जानकारी सामने आई है कि वो माओवादी ग्रुप से भी जुड़ा हुआ था। गैरकानूनी कामों में शामिल रहा है अब उसका नाम भारत में कोरोना पॉजीटिव लोगों को भारत में जबरन घुसपैठ कराने में सामने आया।
जमातियों को दे रखा था शरण
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित जमात के मरकज से निकले के बाद कई लोग नेपाल भी चले गए थे, लॉकडाउन के बाद वह नेपाल में फंस गए हैं,जालिम उन्हें बॉर्डर पार कराने की फिराक में है यदि ऐसा होता है तो कोरोना वायरस का प्रसार और तेज हो सकता है, इस खुलासे के बाद नेपाल सरकार भी अलर्ट हो गई है और उचित कदम उठा रही है। भारत सरकार ने नेपाल से अपील भी की थी कि वो इस दिशा में कार्रवाई करे क्योंकि इस तरह के शख्स मानवता के दुश्मन हैं।