- अमेरिका से बातचीत बंद होने के बीच उत्तर कोरिया अपने परामाणु कार्यक्रम पर आगे बढ़ा है
- उत्तर कोरिया का दावा है कि उसने लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है
- परमाण हथियार कार्यक्रम पर अमेरिका के साथ उसकी बातचीत साल 2019 से बंद है
प्योंगयांग : उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि उसने इस सप्ताह के अंत में अपनी लंबी दूरी की नई क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया की ओर से यह दावा ऐसे समय किया गया है कि जब परमाणु हथियारों पर अमेरिका के साथ उसकी बातचीत रुकी पड़ी है। इस दौरान यह देश अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने पर लगा है। उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने सोमवार को कहा कि यह मिसाइल दो साल में तैयार की गई और इसका परीक्षण शनिवार एवं रविवार को हुआ। इस क्रूज मिसाइल ने 1500 किलोमीटर दूर अपने लक्ष्यों को सटीकता के साथ भेदा।
दक्षिण कोरिया ने परीक्षण की अभी पुष्टि नहीं की
उत्तर कोरिया ने अपनी इस मिसाइल को 'अत्यंत महत्व वाला रणनीतिक हथियार' बताया है। केसीएनए का कहना है कि यह मिसाइल उसके नेता किम जॉन्ग उन की देश की सैन्य ताकत बढ़ाने की महात्वाकांक्षा को पूरा करती है। उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के इस दावे पर दक्षिण कोरिया ने अभी पुष्टि नहीं की है। इसके पहले उत्तर कोरिया ने गत मार्च में मिसाइल का परीक्षण किया था। यह छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल थी। गत जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जब शपथ ग्रहण किया तो उसके कुछ घंटे बाद उत्तर कोरिया ने एक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया था।
अमेरिका और उत्तर कोरिया में बातचीत 2019 से बंद है
परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को स्थगित करने पर अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बातचीत साल 2019 से बंद है। इस रुकी हुई बातचीत के बावजूद उत्तर कोरिया अपने मिसाइल कार्यक्रम पर आगे बढ़ रहा है। केसीएनएस ने वर्कर्स पार्टी के पोलितब्यूरो के सदस्य पाक जोन्ग चोन के हवाले से कहा कि इस परीक्षण के दौरान किम वहां उपस्थित नहीं थे।
अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान टोक्यो में बैठक करने वाले हैं
खास बात यह है कि उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण तब किया है जब अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान टोक्यो में बैठक करने वाले हैं। इस बैठक में उत्तर कोरिया से बातचीत पर बने अवरोध को दूर करने के उपायों पर चर्चा होनी है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी भी मंगलवार को सियोल की यात्रा पर जाने वाले हैं। चीन के विदेश मंत्री अपने समकक्ष से मुलाकात करेंगे। वहीं, अमेरिका का कहना है कि वह उत्तर कोरिया पर लगे प्रतिबंधों में ढील देने के पक्ष में नहीं है।