- उत्तर कोरिया ने सोहे उपग्रह परीक्षण स्थल से एक ‘बेहद महत्वपूर्ण परीक्षण’ किया
- उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया की रिपोर्ट में रविवार को दी गई यह जानकारी
- परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर जून 2018 से लेकर अभी तक तानाशाह किम ट्रंप के साथ कर चुके हैं तीन बैठकें
प्योंगयांग: उत्तर कोरिया ने अपने सोहे उपग्रह प्रक्षेपण स्थल पर "बहुत महत्वपूर्ण परीक्षण" किया है। यह परीक्षण ऐसे समय में किया गया है जब तानाशाह किम जोंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच परमाणु वार्ता को लेकर गतिरोध बना हुआ है। नॉर्थ की नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस के प्रवक्ता ने कहा, '7 दिसंबर, 2019 को सोहे सैटेलाइट लॉन्च साइट पर एक बहुत ही महत्वपूर्ण परीक्षण किया गया है।'
बयान में यह नहीं बताया गया है कि कौन सा परीक्षण किया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने पिछले साल दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ प्योंगयांग में आपसी संबंधों की बहाली के तहत एक शिखर सम्मेलन के दौरान सोहे साइट को बंद करने पर सहमति व्यक्त की थी। ऐसे में फिर से उसी साइट से परीक्षण करना अपने आप में कई सवाल पैदा करता है।
यह परीक्षण ऐसे समय में किया गया है जब अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर बातचीत बंद पड़ी है। खबरों की मानें तो उत्तर कोरिया की ‘रणनीतिक स्थिति’ बदलने में ताजा परीक्षण के परिणाम की अहम भूमिका होगी।
आपका बता दें कि परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन जून 2018 से लेकर अभी तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ तीन बैठकें कर चुके हैं लेकिन इन प्रयासों को सफलता नहीं मिल सकी है। उत्तर कोरिया के इस परीक्षण के बाद दोनों देशों में और तनाव बढ़ सकता है। अमेरिका पहले से ही उत्तर कोरिया पर परमाणु कार्यक्रम रोकने के लिए दवाब बनाए हुए है।
उत्तर कोरिया ने हाल ही में चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि अगर अमेरिका के साथ जल्द ही परमाणु वार्ता किसी निर्णायक मोड़ पर नहीं पहुंचती है तो वह परमाणु और लंबी दूरी के मिसाइल के परीक्षणों पर लगी रोक हटा लेगा। उत्तर कोरिया का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की उस टिप्पणी के बाद आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि किम रॉकेट भेजना पसंद करते हैं।