नई दिल्ली: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के स्वास्थ्य को लेकर मीडिया में कई तरह की खबरें सामने आ रही हैं। उनको बीमार बताया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सर्जरी के बाद किम की हालत गंभीर है। हालांकि दक्षिण कोरिया ने इस तरह की खबरों को गलत बताया है। कहा जा रहा है कि किम लंबे समय से सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आ रहे हैं। किम को आखिरी बार 11 अप्रैल को उस समय देखा गया था, जब वह सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के राजनीतिक ब्यूरो की बैठक की अध्यक्षता करते नजर आए थे।
इसके बाद 15 अप्रैल को किम इल-सुंग की 108वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक महत्वपूर्ण समारोह से अनुपस्थित रहे। इसके बाद नॉर्थ कोरिया के सर्वोच्च नेता के बीमार होने की अटकलें लगाई जाने लगीं। सवाल यहां तक आ गया है कि अगर किम बीमारी से हार कर मर जाता है तो उसके बाद कौन उत्तर कोरिया की गद्दी संभालेगा। इसमें सबसे आगे नाम चल रहा है किम की बहन किम यो-जोंग का। Mirror की खबर के अनुसार, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी किम यो-जोंग अपने भाई से भी ज्यादा निर्दयी हो सकती है।
किम ने अपने परिवार के सदस्यों सहित देश में असंतुष्टों पर कोई दया नहीं दिखाई। उसने मिसाइल परीक्षणों के साथ अमेरिका और उसके सहयोगी दक्षिण कोरिया को भी उकसाया है। उसकी बहन का भी हथियारों को लेकर खासा प्रेम है, जिससे समझा जा सकता है कि वो भी इसी रास्ते पर बढ़ेगी। एक जानकार के अनुसार, किम यो-जोंग को उनके लिंग की परवाह किए बिना उत्तर कोरिया के अगले नेता के रूप में स्वीकार किया जाएगा, क्योंकि उनके परिवार को देश में 'देवताओं' के रूप में देखा जाता है। अगर ऐसा होता है तो वो देश पर एक परिवार की पकड़ को जारी रखेंगी जो कि 1948 में किम इल-सुंग से शुरू हुई थी।
नॉर्थ कोरिया में परिवार का दबदबा
एक अन्य जानकार का कहना है कि मुझे नहीं लगता है कि अगर वो एक महिला नेता के रूप में पदभार संभालती हैं तो उनकी स्थिति कमजोर होगी। कोरिया में इन लोगों को देवताओं के रूप में प्रस्तुत किया जाता है जो सब कुछ बेहतर बना सकते हैं। अगर किम यो-जोंग सर्वोच्च नेता बनती है तो उसे भी देवता की तरह पेश किया जाएगा।
किम के बाद बहन की दावेदारी मजबूत
विशेषज्ञों का कहना है कि यह संभव है कि वह गरीबी के स्तर के कारण बाकी दुनिया से निपटने में अपने भाई की तुलना में अधिक सख्त रुख अपनाए। उसे अपने भाई का करीबी कहा जाता है। वो भी लक्जरी लाइफ जीना पसंद करती है। किम यो सत्तारूढ़ परिवार की पहली सदस्य हैं जिन्होंने सियोल की यात्रा की। इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से किम जोंग की मुलाकात के समय भी वह अपने भाई के साथ थीं।
वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपने भाई की मुलाकात के दौरान भी शामिल थी। किम का बेटा अभी छोटा है, इसलिए बहन सत्ता संभालने में सबसे आगे है। उनका राजनीति में दखल भी है और वो अहम फैसले भी लेती हैं। वो दूसरे नंबर की नेता हैं, हमेशा किम के साथ दिखाई देती हैं।