- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान में बाढ़ पर दुख जताया ।
- इसके पहले साल 2010 में आई बाढ़ और 2005 में आए भूकंप के समय पाकिस्तान को भारत के तरह से सहायता पहुंचाई गई थी।
- पाकिस्तान सरकार भारत से सब्जियों और खाद्य पदार्थों के आयात पर विचार कर रही है।
Pakistan Flood: पड़ोसी देश पाकिस्तान इस समय बाढ़ की विभिषका से जूझ रहा है। बाढ़ का आलम यह है कि सोमवार तक 1136 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। और 12-13 फीसदी आबादी को विस्थापित होना पड़ा है। पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने इसे दशक का सबसे भयावह मानसून बताया है। वहीं वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल के अनुसार बाढ़ के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को 10 अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ है। इस गहरे संकट में पाकिस्तान ने दुनिया से मदद की अपील की है। त्रासदी को देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। इस बीच पाकिस्तान के वित्त मंत्री इस्माइल ने कहा है कि सरकार भारत से वह सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थ आयात करने पर विचार कर रही है। अगर पाकिस्तान भारत से आयात शुरू करता है और भारत सरकार पाकिस्तान को बाढ़ से उबरने में मदद पहुंचाती है, तो दोनों देशों के रिश्तों में यह नई शुरूआत होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुखी हूं। हम पीड़ितों, घायलों और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और जल्द सामान्य स्थिति लौटने की उम्मीद करते हैं।
कूटनीतिक स्तर पर इस तरह के संदेश का बेहद महत्व होता है। ऐसे में इस बात की संभावना बढ़ गई है कि भारत पाकिस्तान को प्राकृतिक आपदा के नाम पर सहायता पहुंचा सकता है। हालांकि अभी तक सरकार के तरफ से इस बात का कोई ऐलान नहीं हुआ है। इसके पहले साल 2010 में आई बाढ़ और 2005 में आए भूकंप के समय पाकिस्तान को भारत के तरह से सहायता पहुंचाई गई थी।
पाकिस्तान कारोबार शुरू करना चाहता है
बाढ़ की वजह से जिस तरह पाकिस्तान में सब्जियों और फसलों की बर्बादी हुई है। उसे देखते हुए पाकिस्तान भारत के साथ टमाटर सहित दूसरी सब्जियों के आयात को फिर से शुरू करने पर विचार कर रहा है। पाकिस्तान के अखबार डॉन के अनुसार इस मामले में पाकिस्तान सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। लेकिन अगर किसी वजह से आयात नहीं शुरू होता है तो वह भारतीय सब्जियों आदि की दुबई के जरिए खरीद कर सकती है। हालांकि पाकिस्तान के लिए सीधे बाघा बॉर्डर के जरिए आयात करने कहीं सस्ता होगा। जो अभी की परिस्थितियों को देखते हुए पाकिस्तान के लिए मुरीद हो सकता है। इसके पहले पाकिस्तान ने जम्मू और कश्मीर में मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 रद्द किए जाने के विरोध में भारत के साथ आयात और निर्यात को अगस्त 2019 से प्रतिबंधित कर दिया था।
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शहबाज शरीफ ने जताई थी रिश्ते सुधारने की इच्छा
इमरान खान को सत्ता से हटाने के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बने हैं। बीते जून में तुर्की यात्रा से पहले उन्होंने कहा था कि हम जानते हैं कि भारत के साथ अच्छे व्यापार रिश्ते करके हमें बड़ा फायदा हो सकता है। इसके पहले शाहबाज शरीफ ने PM मोदी को खत लिखकर दोनों देशों के विवादित मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान की इच्छा जाहिर की थी। इसके पहले अप्रैल में शरीफ के सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाहबाज को बधाई संदेश भेजा था।