इस्लामाबाद : पाकिस्तान आतंकवाद परस्त अपनी नीतियों के कारण अंतराष्ट्रीय आलोचनाओं के केंद्र में है। आतंकवाद के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई नहीं किए जाने से नाराज अमेरिका ने भी उसे दी जाने वाली वित्तीय सहायता में कटौती कर दी है। आर्थिक मोर्चे पर कई समस्याओं से जूझ रहे पाकिस्तान में महंगाई चरम है, जिसके कारण आम लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आर्थिक संकट की स्थिति झेल रहे पड़ोसी मुल्क में रोजमर्रे के सामानों की कीमत भी आसमान छू रही है, जिनमें टमाटर की कीमत भी शामिल है। यहां टमाटर की कीमत 300 रुपये प्रति किलोग्राम से भी अधिक हो गई है, जिसके कारण लोगों की रसोई से इसकी लालिमा गायब हो गई है। इन सबके बीच अब इमरान सरकार के एक मंत्री ने अपने मुल्क में आसमान छूती कीमतों के लिए भारत के साथ व्यापार रद्द होने को जिम्मेदार ठहराया है।
पाकिस्ता के आर्थिक मामलों के मंत्री हमाद अजहर ने मंगलवार को कहा कि मुल्क में आसमान छूती कीमतें खासतौर से खाने-पीने के सामानों की कीमत में बढ़ोतरी भारत के साथ व्यापार रद्द होने के कारण हुई। हालांकि उन्होंने इसमें मौसमी कारकों और बिचौलियों की भूमिका भी स्वीकार की। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई, जब प्रधानमंत्री इमरान खान की आर्थिक मामलों की टीम के सदस्य ताजा आर्थिक हालात के बारे में मीडिया को जानकारी दे रहे थे।
यहां उल्लेखनीय है कि भारत ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को निरस्त करते हुए इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने का फैसला लिया था, जिसके बाद पाकिस्तान के साथ पहले से ही तनावपूर्ण संबंध और खराब हो गए थे। भारत के इस फैसले से बौखलाए पाकिस्तान ने जहां नई दिल्ली के साथ अपने कूटनीतिक संबंध कमतर कर दिए, वहीं व्यापार भी निलंबित कर दिया।