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PoK में 40 लाख की आबादी के लिए महज दो वेंटिलेटर, इमरान खान पर फूटा लोगों का गुस्‍सा

Updated Apr 11, 2020 | 20:19 IST

पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले कश्‍मीर और गिलगित-बाल्टिस्‍तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लोगों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि इमरान सरकार क्षेत्र के साथ दोहरा रवैया अपना रही है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
PoK में 40 लाख की आबादी के लिए महज दो वेंटिलेटर, इमरान खान पर फूटा लोगों का गुस्‍सा

वाशिंगटन/लंदन : कोरोना वायरस दुनियाभर में तबाही मचा रहा है, जिसकी मार पाकिस्‍तान भी झेल रहा है। लेकिन आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्‍तान में न केवल चिकित्‍सकों और अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि खुद इमरान खान इसे लेकर चिंता जता चुके हैं कि देश में अगर कोरोना के मरीज बढ़ते हैं तो न जानें यहां के अस्‍पताल उन्‍हें कैसे संभालेंगे। इस बीच इमरान खान की सरकार पर पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले कश्‍मीर और गिलगित-बाल्टिस्‍तान के साथ दोहरा रवैया अपनाने के आरोप भी लग रहे हैं।

पीओके, गिलगित-बाल्टिस्‍तान का हाल बुरा
पीओके और गिलगित-बाल्टिस्‍तान के नेताओं व कार्यकर्ताओं का कहना है कि यहां न तो टेस्टिंग लैब हैं और न ही मेडिकल स्‍टाफ। जो गिने-चुने स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी यहां मौजूद हैं उनके लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE)किट भी नहीं हैं, जो कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच क्षेत्र में चिंता का एक बड़ा कारण है। पीओके में जहां कोरोना के 34 पॉजिटवि केस सामने आए हैं, वहीं गिलगित बाल्टिस्तान में संक्रमण के 215 मामले हैं।

'यहां लोगों को खतरे में छोड़ दिया गया'
पीओके में लोगों के अधिकारों को लेकर मुहिम चलाने वाले डॉ. मिसफर हसन का कहना है कि यहां एक बड़ी आबादी को खतरे में छोड़ दिया गया है। यही स्थिति गिलगित-बाल्टिस्‍तान की भी है, जहां कोई प्रशिक्षित डॉक्‍टर भी नहीं है कि गंभीर रूप से किसी के बीमार पड़ने पर स्थिति को संभाल सके। 

आबादी 40 लाख, वेंटिलेटर 2
वहीं, नेशनल इक्‍वलिटी पार्टी जेकेजीबीएल के चयरमैन सज्‍जाद राजा का कहना है कि यहां अस्‍पताल केवल रेफरल सेंटर बनकर रह गए हैं, जहां से मरीजों को उपचार के लिए बस रावलपिंडी भेज दिया जाता है। पीओके में करीब 40 लाख की आबादी के लिए महज दो वेंटिलेटर हैं। उन्‍होंने यह भी कहा कि पीओके और गिलगित-बाल्टिस्‍तान से पाकिस्‍तान को विभिन्‍न करों में अरबों रुपये मिलते हैं, लेकिन उसके मुकाबले यहां कुछ भी खर्च नहीं किया जाता। यहां तक कि अमेरिका, विश्‍व बैंक, एश्यिाई विकास बैंक से कोरोना से जंग के लिए मिलने वाली सहायता राशि भी क्षेत्र को नहीं दी जाती।

पीएम मोदी की तारीफ, इमरान को कोसा
पीओके और गिलगित-बाल्टिस्‍तान के बहुत से नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्र शासित प्रदेशों जम्‍मू कश्‍मीर और लद्दाख के सहित पूरे भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को लेकर की गई पहलों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की और कहा कि इमरान खान की विफल नीतियों के कारण पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाला गिलगित बाल्टिस्‍तान 'चाइना वायरस' का केंद्र बनता जा रहा है।

'गिलगित-बाल्टिस्‍तान में खतरा बढ़ा रही इमरान सरकार'
अमेरिका स्थित इंस्‍टीट्यूट ऑफ गिलगित-बाल्टिस्‍तान के डायरेक्‍टर सेंगे हसनान सेरिंग ने यहां तक कहा कि इस क्षेत्र में चिकित्‍सा सुविधाओं की कमी को समझते हुए भी इमरान सरकार जानबूझकर ईरान से आने वाले श्रद्धालुओं को यहां भेज रही है और वह भी बिना स्‍क्रीनिंग के, जिससे यहां खतरा बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्‍होंने कहा, 'मैं पीएम मोदी को सैल्‍यूट करता हूं कि वह संकट की इस घड़ी में लेगों को बेहद कम और किफायती दरों पर उनके घर तक राशन उपलब्‍ध करा रहे हैं।'

यहां उल्‍लेखनीय है कि पाकिस्‍तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 4,892 हो गए हैं, जबकि 78 लोगों की इससे मौत हो चुकी है।