- दूरदर्शन तथा आकाशवाणी ने अपने प्राइम टाइम समाचार बुलेटिन में पीओके के मौसम का हाल बताना शुरू किया
- पीओके के मौसम का हाल बताने के भारत के कदम को पाकिस्तान बौखला उठा है
- पिछले साल भारत की ओर से जारी किए गए तथाकथित राजनीतिक नक्शे की तरह ही यह कदम भी पूरी तरह से अवैध- पाकिस्तान
नई दिल्ली: सरकारी प्रसारणकर्ता दूरदर्शन तथा आकाशवाणी के माध्यम से भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मीरपुर, मुजफ्फराबाद और गिलगिट के मौसम का हाल बताना शुरू कर दिया है। भारत के इस कदम से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है और उसने भारत के इस कदम को अस्वीकार्य करार दिया है। बौखलाए पाकिस्तान ने अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) प्रस्तावों का उल्लंघन बताया है।
दूरदर्शन और आकाशवाणी ने उठाया है कदम
दरअसल सरकारी प्रसारणकर्ता दूरदर्शन तथा आकाशवाणी ने शुक्रवार से अपने प्राइम टाइम समाचार बुलेटिन में पीओके के इन क्षेत्रों के मौसम का हाल बताना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने इस संबंध में एक बयान जारी करते हुए कहा है कि भारत द्वारा पिछले साल जारी किए गए कथित ‘राजनीतिक नक्शों’ की तरह ही उसका यह कदम भी कानूनन निरर्थक है।
पाक बोला यह यूएन के नियमों का उल्लंघन
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि 'भारत द्वारा पिछले साल जारी किए गए तथाकथित राजनीतिक मानचित्र की तरह, यह कदम भी कानूनी रूप से शून्य है और वास्तविकता के विपरीत है। यह कदम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों का उल्लंघन है। यह भारत द्वारा की गई एक और शरारती कार्रवाई है।' पिछले साल ही भारत ने जम्मू-कश्मीर के नवगठित केंद्र शासित प्रदेश के हिस्से के रूप में पीओके को दिखाते हुए नए नक्शे जारी किए थे जिसमें गिलगिट-बाल्टिस्तान को लद्दाख में दिखाया गया है।
पाक की इस हरकत के बाद भारत ने उठाया कदम
आपको बता दें के डीडी न्यूज अब अपने बुलेटिन में सुबह 8.55 और शाम 8.55 बजे पाक अधिकृत कश्मीर के इन शहरों के बारे में मौसम का हाल बताना शुरू करेगा। पाकिस्तान के कब्जे वाले भारतीय शहरों एवं कस्बों के मौसम के बारे में प्राइवेट न्यूज चैनल्स भी रिपोर्ट दिखाना शुरू करेंगे। दरअसल पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में आम चुनाव कराए जाने की अनुमति दी है जिसके बाद भारत ने कड़ा रुख अपना रखा रहा है। भारत ने दो टूक कहा है कि इन इलाकों पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है।