लाइव टीवी

श्रीलंका संकट : सऊदी अरब के विमान से सिंगापुर के लिए निकले राजपक्षे, अगले ठिकाने पर सस्पेंस

Updated Jul 14, 2022 | 13:57 IST

डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे माले से सिंगापुर जाने वाली सिंगापुर एयरलाइंस की निर्धारित उड़ान से सिंगापुर के लिए नहीं गए हैं।

Loading ...
Sri Lanka के राष्ट्रपति को लेने मालदीव पहुंचा प्राइवेट जेट
मुख्य बातें
  • श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच बड़ी खबर
  • राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को लेने सिंगापुर पहुंचा जेट
  • राष्ट्रपति आज सिंगापुर पहुंचने के बाद अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं

माले: श्रीलंका के राष्ट्रपति मालदीव से रवाना हो गए हैं। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक वह सिंगापुर जाने के लिए सऊदी अरब के एक विमान पर सवार हुए। रिपोर्टों में मालदीव सरकार के एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया है कि सिंगापुर जाने के लिए राष्ट्रपति राजपक्षे सऊदी अरब के एक विमान पर सवार हुए हैं। सिंगापुर उनका अंतिम ठिकाना नहीं होगा। वह यहां से फिर जेद्दा के लिए रवाना होंगे। 

डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव की राजधानी माले में कुछ समय पहले एक निजी जेट उतरा। बताया गया कि यह विमान राष्ट्रपति गोटाबाया को मालदीव से लेकर सिंगापुर जाएगा। राजपक्षे, उनकी पत्नी इओमा राजपक्षे और दो सुरक्षा अधिकारी कल रात माले से सिंगापुर जाने वाले सिंगापुर एयरलाइंस के विमान में सवार होने वाले थे, लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से वह निर्धारित समय पर नहीं गए।

सिंगापुर से देंगे इस्तीफा

राजपक्षे ने तब मालदीव से प्रस्थान करने के लिए एक निजी जेट देने का अनुरोध किया था और मालदीव के अधिकारियों ने देर रात इसे लेकर चर्चा शुरू कर दी थी। डेली मिरर को पता चला है कि जेट थोड़ी देर पहले वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा और गोटाबाया राजपक्षे थोड़ी देर में मालदीव से रवाना हो जाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्रपति आज बाद में सिंगापुर पहुंचने के बाद अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं।

Sri Lanka Crisis: राष्ट्रपति राजपक्षे अभी भी Maldives में, श्रीलंका मूल के लोगों ने राजधानी माले में किया प्रदर्शन

श्रीलंका में जारी हैं विरोध प्रदर्शन

आपको बता दें कि श्रीलंकाई प्राधिकारियों ने राजधानी में हिंसा भड़कने के बाद पश्चिमी प्रांत में लगाया गया कर्फ्यू बृहस्पतिवार को हटा लिया गया है। राजपक्षे (73) ने बुधवार को इस्तीफा देने का वादा किया था। उन्होंने देश छोड़कर जाने के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त कर दिया, जिससे राजनीतिक संकट बढ़ गया और नए सिरे से प्रदर्शन शुरू हो गए। राजपक्षे के देश छोड़कर जाने के बाद बुधवार को दोपहर बाद प्रधानमंत्री कार्यालय और संसद जाने के मुख्य मार्ग पर प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों के साथ झड़पें हुई, जिसके बाद कम से कम 84 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

Sawal Public Ka: मोदी के इंडिया की तुलना श्रीलंका से करना अफवाह है या इसमें सच्चाई है?