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Pakistan: बलूचिस्तान में बड़ा हमला, सात पाकिस्तानी सैनिकों की मौत के बाद भारत पर बरसे इमरान

Updated Dec 28, 2020 | 08:59 IST

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुए एक हमले में सात पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई है जबकि कुछ सैनिक घायल भी बताए जा रहे हैं। 

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बलूचिस्तान में बड़ा हमला, सात पाकिस्तानी सैनिकों की मौत
मुख्य बातें
  • पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुए आतंकी हमले में 7 पाक सैनिकों की मौत
  • इमरान खान ने इस हमले के लिए भारत को ठहाराया जिम्मेदार
  • बलूचिस्तान में पाकिस्तान सैनिकों के अत्याचारों की कहानी दुनिया में है जगजाहिर

इस्लामाबाद: पाकिस्तान दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान में एक हमले में सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। सुरक्षा सूत्रों ने समाचार एजेंसी रायटर को बताया कि हमला बलूचिस्तान के हरनई जिले में हुआ। पास की पहाड़ियों से आतंकवादियों ने रॉकेट और फिर स्वचालित गोलियों का उपयोग करके एक सैन्य चौकी में आग लगा दी। पाकिस्तान सेना ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि आतंकी हमले के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और भागने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है।

बलूचिस्तान में चीन का निवेश

आपको बता दें कि बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न प्रांत है जहां बड़ी संख्या में कोयले और प्राकृतिक गैस के भडार हैं। यहां बड़े पैमाने पर चीन ने अपना निवेश कर रखा है। लेकिन इतने बड़े संसाधनों से संपन्न  होने के बावजूद यह प्रांत विकसित नहीं हो पाया है। पाकिस्तानी सेना द्वारा यहां स्थानीय नागरिकों पर किए जाने वाले अत्याचारों की कहानी यहां किसी से छिपी नहीं है। 

इमरान ने भारत को ठहराया जिम्मेदार

 पाकिस्तान ने एक बयान जारी करते हुए इस आतंकवादी हमले के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि यह देश में विदेशी निवेश को विफल करने का एक प्रयास है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस हमले के बाद ट्वीट करते हुए भारत पर अपनी भड़ास निकाली और कहा, 'हमारा देश अपने साहसी सैनिकों के साथ खड़ा है जो भारत समर्थित आतंकवादियों के हमलों का सामना करते हैं।'

लगातार होते रहते हैं हमले
इससे पहले 20  दिसंबर को बलूचिस्तान के आवरन जिले में दस आतंकवादी और एक सैनिक की हत्या कर दी गई थी। सेना ने इस हमले को एक विद्रोही स्थान पर 'खुफिया-आधारित' छापे का हिस्सा बताया था। अक्टूबर में, बलूचिस्तान के तटीय ओरमारा जिले में विद्रोहियों द्वारा सात सैनिकों और सात सुरक्षा गार्डों की हत्या कर दी गई थी।