- कोरोना का नया रूप सामने आने के बाद कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका पर लगाए हैं यात्रा प्रतिबंध
- दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा है कि यह बैन उचित एवं न्यायसंगत नहीं है
- राष्ट्रपति ने देशों से प्रतिबंध तत्काल हटाने की मांगने की है, बोले-इससे कोरोना से लड़ाई कमजोर पड़ेगी
केपटाउन : दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने अपने देश पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध को तुरंत हटाए जाने की मांग की है। दरअसल, कोरोना का नया वैरिएंट बी 1.1.529 के सामने आने के बाद दुनिया के कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से होनी वाली यात्राओं पर रोक लगा दी है। डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के इस नए वैरिएंट को ओमिक्रोन नाम दिया है। इस वायरस से संक्रमण के मामले दुनिया के कई देशों में मिले हैं। हाल ही में नीदरलैंड, डेनमार्क और ऑस्ट्रेलिया में भी इस वायरस से संक्रमण के केस मिले हैं।
कई देशों ने लगाए हैं दक्षिण अफ्रीका से यात्रा पर बैन
WHO ने कोरोना के इस नए रूप को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' घोषित किया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह वायरस डेल्टा से छह गुना ज्यादा तेजी से फैलने वाला है। ओमिक्रॉन का पता लगने के बाद रामाफोसा ने पहली बार देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका और हमारे पड़ोसी देशों पर जिन देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं, मैं उनसे गुजारिश करता हूं कि वे अपना प्रतिबंध तत्काल हटाएं। विज्ञान इस तरह का प्रतिबंध लगाने की वकालत नहीं करता है। यह प्रतिबंध कुछ और नहीं बल्कि प्रभावित देशों की अर्थव्यवस्था को और नुकसान पहुंचाएगा। प्रतिबंध जारी रहने से देशों को इस महामारी के संकट से उबरने में परेशानी होगी।'
सरकारी अधिकारियों में काफी 'निराशा' का माहौल
राष्ट्रपति ने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका और हमारे पड़ोसी देशों के खिलाफ लगे ये प्रतिबंध नाजायज एवं अनुचित रूप से भेदभाव करने वाले हैं।' अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका पर यात्रा प्रतिबंध लगने के बाद यहां के सरकारी अधिकारियों एवं वैज्ञानिक समुदाय में काफी 'निराशा' का माहौल है।
‘हॉटस्पॉट’ के तौर उभरा है टीयूटी
दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 मामलों के हुई नवीनतम बढ़ोतरी में शेवाने यूनिवर्सिटी (टीयूटी) ऑफ टेक्नोलॉजी एक ‘हॉटस्पॉट’ के तौर उभरा है। इस विश्वविद्यालय में कई छात्र संक्रमित पाये गए हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। हॉटस्पॉट वह स्थान होता है जहां अधिक संख्या में कोविड-19 के मामले सामने आते हैं। शेवाने मेट्रोपालिटन के अधिकारी अब टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं। अधिकारी विशेष तौर पर कम आयु के लोगों में टीकाकरण पर अधिक जोर दे रहे हैं, जिनमें इसकी गति धीमी थी।