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चीनी सुखोई -35 लड़ाकू विमान गिराने के दावे को ताइवान ने किया खारिज

Updated Sep 04, 2020 | 22:34 IST

ताइवान ने चीन के सुखोई-35 लड़ाकू विमान गिराने के दावे को खारिज कर दिया है। इससे पहले चीन ने ताइवान को लेकर ये दावा किया था।

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ताईवान
मुख्य बातें
  • ताइवान ने अपने यहां सोशल मीडिया पर चल रही खबर का किया खंडन
  • रिपोर्ट में कहा जा रहा था कि ताइवान चीनी फाइटर प्लेन को मार गिराया
  • चीनी फाइटर प्लेन सुखोई-35 को मार गिराने के दावे को ताइवान ने किया खारिज

नई दिल्ली : ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को उन रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें ये दावा किया गया था कि ताइवान की वायु रक्षा प्रणाली ने आज एक चीनी सुखोई-35 लड़ाकू विमान को मार गिराया। ताइवान ने इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य करार दिया है। आपको बता दें कि ताइवान और चीन में पिछले कुछ दिनों से काफी तनाव चल रहे हैं।

दरअसल ताइवानी सोशल मीडिया पर इस बात की बेहद चर्चा थी कि देश की वायु रक्षा प्रणाली ने आज चीनी लड़ाकू विमान सुखोई-35 को मार गिराया। सोशल मीडिया पर हो रही इसी चर्चा के बाद देश की वायु रक्षा प्रणाली ने इस बात का स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ये पूरी तरह गलत है और ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य है। 

वायु सेना कमांड ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह से नकार दिया और कहा कि यह गलत सूचना है, और पूरी तरह से असत्य है। वायु सेना कमांड ने बताया कि यह लोगों को भ्रमित करने के लिए इंटरनेट पर गलत सूचनाओं को जानबूझकर बनाने और प्रसारित करने का प्रयास किया जा रहा है। हम इस तरह के दुर्भावनापूर्ण कृत्यों की कड़ी निंदा करते हैं। वायु सेना कमांड के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में ये कहा गया। उन्होंने इसे पूरी तरह से फेक बताया।

वायु सेना कमांड ने आगे जोर देते हुए कहा कि हवाई क्षेत्र की सुरक्षा बनाए रखने के लिए, मुख्यालय ताइवान स्ट्रेट के आसपास समुद्र और हवाई क्षेत्र की स्थितियों की बारीकी से निगरानी करता रहेगा। इसके साथ ही नकली और झूठी खबरों के प्रसार को रोकने के लिए समय पर सही जानकारी प्रदान करेगा। इसके अलावा लोगों को सामाजिक अशांति से बचने की भी अपील की जाती है।

बता दें कि सोशल मीडिया पर इस खबर से जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे थे जिसमें घने धुएं में लिपटे एक जेट को दिखाया गया था। वीडियो एक अज्ञात स्थान से था। हालांकि, कई यूजर्स ने इसे झूठा करार दिया था, जबकि कुछ का कहना था कि फाइटर जेट तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।