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तालिबान ने अफगान नागरिकों के एयरपोर्ट जाने पर लगाई रोक, अमेरिका से भी कहा- कुशल अफगानों को न ले जाएं

Updated Aug 24, 2021 | 20:11 IST

तालिबान ने अफगानिस्तान के नागरिकों के एयरपोर्ट जाने पर रोक लगा दी है। सिर्फ विदेशियों को एयरपोर्ट जाने की इजाजत है। इसके अलावा अमेरिका से भी कहा है कि वो 31 अगस्त तक लोगों को निकालने की प्रक्रिया पूरी कर ले।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद
मुख्य बातें
  • अमेरिका को 31 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ देना चाहिए तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद
  • तालिबान शांतिपूर्वक पंजशीर में समस्या का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध: तालिबान
  • अमेरिका को अफगान अभिजात वर्ग को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए: जबीहुल्लाह मुजाहिद

नई दिल्ली: तालिबान ने अफगान नागरिकों के एयरपोर्ट जाने पर रोक लगा दी है। एयरपोर्ट पर अभी सिर्फ विदेशियों को ही जाने की इजाजत है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि भीड़ को वहां इकट्ठा होने से रोकने और सुरक्षा मुद्दों से बचने के लिए अफगान नागरिकों को अब हवाई अड्डे पर जाने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा तालिबान ने अमेरिका से कुशल अफगानों को वहां से नहीं निकालने के लिए कहा है। 

मुजाहिद का कहना है कि तालिबान पंजशीर में शांति से समस्या का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उसने कहा, 'पूरे अफगानिस्तान में सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और मदरसे काम कर रहे हैं। महिलाओं को संस्थानों में जाने से रोकने का मामला अस्थायी है, इसका समाधान किया जाएगा। किसी भी तरह के दुर्व्यवहार को रोकने के लिए यह वर्तमान में उनके लाभ के लिए है। उन्हें अभी घर में रहना चाहिए। उन्हें हटाया नहीं जाता है और उनके वेतन का भुगतान घर पर किया जाता है।

तालिबान का कहना है कि अमेरिका को 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से लोगों को निकालने का काम पूरा कर लेना चाहिए और यह समयसीमा नहीं बढ़ाई जाएगी। बाइडन प्रशासन ने अफगानिस्तान से सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए 31 अगस्त की तारीख तय की है। मुजाहिद ने कहा कि देश में जनजीवन सामान्य हो रहा है लेकिन हवाईअड्डे पर अव्यवस्था समस्या बनी हुई है। 

मुजाहिद ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पंजशीर समस्या के समाधान के लिए बातचीत चल रही है। इस्लामिक अमीरात ने घोषणा की है कि अफगानिस्तान में युद्ध खत्म हो गया है। हम नहीं चाहते कि एक भी गोली चले। जिन्हें कुछ समस्याएं हैं, हम उनसे बात कर रहे हैं।' मुजाहिद ने जोर देकर कहा कि युद्धग्रस्त देश से अमेरिका की वापसी के बाद कथित तौर पर कब्जा करने वाले समूह द्वारा घर-घर तलाशी नहीं की गई।