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रूसी हमले में जपोरिजिया परमाणु प्लांट बना निशाना, रेडिएशन का खतरा बढ़ा !

Updated Mar 04, 2022 | 07:53 IST

रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई अब भयंकर रूप ले चुकी है। गोलाबारी की वजह से यूक्रेन के जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट में आग लग गई है। यूक्रेन का मानना है कि प्लांड में बड़े धमाके की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है और आने वाली तबाही का अनुमान लगाया जा सकता है।

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तस्वीर साभार:&nbspYouTube
रूसी हमले में जपोरिजिया परमाणु प्लांट बना निशाना, रेडिएशन का खतरा बढ़ा !
मुख्य बातें
  • रूस लगातार जपोरिजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट को बना रहा है निशाना
  • पावर प्लांट के एक हिस्से में लगी हुई है भीषण आग
  • जपोरिजिया, यूक्रेन का सबसे बड़ा पावर प्लांट

एनरगोडार के मेयर दिमित्रो ओरलोव के अनुसार यूक्रेन के जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूसी हमले का असर दिखाई दे रहा है। प्लांट में भीषण आग लगी हुई है। जेलेंस्की का कहना है कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को बताया है कि जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर हमले की वजह से पूरा यूरोप रेडिएशन की जद में है। इससे पबले एनरहोदर के मेयर ओरलोव ने बताया कि यह विश्व सुरक्षा के लिए खतरा है। सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र की इमारतों में  रूसी फौज की गोलाबारी की वजह से जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लग गई।  

जपोरिजिया पावर प्लांट में आग
संयंत्र के एक अधिकारी के अनुसार, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा केंद्र पर गोलाबारी शुरू कर दी है। नीपर नदी पर स्थित एनरहोदर में लड़ाई तेज होने के बाद जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट को निशाना बनाया गया। एनरहोदर के मेयर ने कहा कि यूक्रेन की सेना शहर के बाहरी इलाके में रूसी सैनिकों से जूझ रही है। एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक जपोरिजिया परमाणु संयंत्र की साइट के पास विकिरण के ऊंचे स्तर का पता चला है। इस प्लांट का यूक्रेन की बिजली उत्पादन में लगभग 25% योगदान है। 

रेडिएशन का खतरा बढ़ा, कहां है जपोरिजिया
जपोरिजिया दक्षिण पूर्वी यूक्रेन में नीपर नदी पर बसा एक शहर है। यह खोर्त्सिया द्वीप का घर है, जो पहले कोसैक का गढ़ था। खोर्त्सिया नेशनल रिजर्व और जपोरिजियान कोसैक्स का ओपन-एयर संग्रहालय था। रिवरसाइड डबोवी गाई पार्क में बच्चों की सवारी और एक झील है। आस-पास, क्षेत्रीय विद्या संग्रहालय कोसैक, सीथियन और मध्ययुगीन इतिहास की कुछ झलकियों को पेश करता है। 

क्या है खास राय
जानकारों का कहना है कि अगर इस पावर प्लांट पर रूस ने पूरी तरह कब्जा कर लिया तो जेलेंस्की के लिए टिके रहना मुश्किल हो जाएगा। यूक्रेन का कहना है कि गोलाबारी की वजह से प्लांट में आग लगी हुई है और पूरा देश भीषण बिजली संकट का सामना कर सकता है।