- अमेरिका में टिक-टॉक बैन किए जाने की मांग जोर पकड़ रही है
- राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है
- उनका यह बयान अमेरिका-चीन में बढ़ती तल्खी के बीच आया है
वाशिंगटन : चीन के साथ बढ़ती तल्खी के बीच अमेरिका ने एक बार फिर कहा है कि वह चीनी वीडियो एप टिक-टॉक को प्रतिबंधित किए जाने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन इस मामले में कई विकल्पों पर विचार कर रहा है। ट्रंप का यह बयान अमेरिका में टिक-टॉक बैन किए जाने को लेकर मुखर हा रही आवाजों के बीच आया है, जिस पर भारत पहले ही प्रतिबंध लगा चुका है।
टिक-टॉक पर क्या बोले ट्रंप?
टिक-टॉक को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब पर आई, जिसमें उनसे पूछा गया था कि अमेरिका इसे लेकर क्या कदम उठाने जा रहा है? इस सवाल के जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'हम टिक-टॉक को लेकर विचार कर रहे हैं। हम इसे संभवत: बैन कर दें। हम कुछ और भी कर सकते हैं, हमारे पास कुछ विकल्प हैं... लेकिन टिक-टॉक को लेकर हम कई विकल्पों पर सोच रहे हैं।'
ट्रंप पहले भी कर चुके हैं टिप्पणी
अमेरिकी राष्ट्रपति इससे पहले भी टिक-टॉक को बैन किए जाने पर अपनी बात रख चुके हैं। इस संबंध में विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ के उस बयान को लेकर जब राष्ट्रपति से बीते माह सवाल किया गया, जिसमें विदेश मंत्री ने कहा था कि ट्रंप प्रशासन टिक-टॉक प्रतिबंधित किए जाने पर गंभीरतपूर्वक विचार कर रहा है तो डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, 'हां, हम इस पर विचार कर रहे हैं... यह एक बड़ा कारोबार है।'
अमेरिका में जोर पकड़ रही है ये मांग
अब एक बार फिर ट्रंप ने टिक-टॉक बैन किए जाने की बात कही है, जिसे भारत पहले ही बैन कर चुका है। अमेरिका में टिक-टॉक बैन किए जाने को लेकर ट्रंप ने एक बार फिर यह टिप्पणी ऐसे समय में की है, जबकि देश में इसकी मांग जोर पकड़ती जा रही है। पिछले माह 25 अमेरिकी कांग्रेस सदस्यों ने राष्ट्रपति ट्रंप से अपील की थी कि वह 'अमेरिकी नागरिकों की निजता व सुरक्षा को लेकर निर्णायक कदम उठाएं।'
चीन-अमेरिका के बीच बढ़ रही है तल्खी
यहां उल्लेखनीय है कि चीन और अमेरिका के बीच व्यापार, दक्षिण चीन सागर, ताइवान, हॉन्गकॉन्ग सहित कई मुद्दों पर टकराव हैं और दोनों देशों में तल्खी बढ़ती जा रही है। अमेरिका ने चीन पर जासूसी का आरोप लगाते हुए जहां ह्यूस्टन स्थित चीनी वाणिज्यदूतावास को पिछले दिनों बंद करने का आदेश दिया था, वहीं उस पर पलटवार करते हुए चीन ने अमेरिका को चेंगदू स्थित अपना वाणिज्यदूतावास बंद करने के लिए कहा था।