नई दिल्ली : तुर्की और पाकिस्तान दोनों ने मिलकर कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए साजिश का एक बड़ा ताना-बाना बुना है। इस साजिश का खुलासा ग्रीस के पत्रकार एंड्रिएस माउंटजोउरालियास ने अपनी रिपोर्ट में किया है। एंड्रिएस ने अपनी 'एरोदगान सेंड्स मर्सेनरीज टू कश्मीर' नाम की रिपोर्ट में इस बारे में विस्तार से बताया है। रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार का कहना है कि एरोदगान की खलीफा बनने की चाहत उन्हें तुर्की का प्रभाव क्षेत्र मध्य एशिया से बढ़ाकर दक्षिण एशिया तक फैलाने के लिए बाध्य कर रही है।
दक्षिण एशिया में अपना वर्चस्व कायम करना चाहता है तुर्की
पत्रकार का कहना है कि सऊदी अरब के साथ जारी प्रभुत्व की अपनी लड़ाई के बीच वह दक्षिण एशिया के मुस्लिम देशों में अपना प्रभाव जमाना चाहते हैं। तुर्की के राष्ट्रपति की इस योजना में पाकिस्तान भी भागीदार है।
तुर्की के राजदूत ने रिपोर्ट को खारिज किया
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक नई दिल्ली में तुर्की के राजदूत ओजकान तोरूनलार ने हालांकि 'इन रिपोर्टों को आधारहीन बताकर खारिज किया है।' रिपोर्ट में स्थानीय सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सीरियन नेशनल आर्मी (एसएमओ) में शामिल गिरोह सुलेमान शाह ब्रिगेड के प्रमुख अबु एम्सा ने पांच दिनों पहले अफरीन में अपने सदस्यों से कहा कि 'तुर्की सरकार कश्मीर में स्थिति को मजबूत बनाना चाहती है।'
कश्मीर आने वाले लड़कों को मिलेगा 2000 डॉलर
अबु एम्सा ने कहा कि तुर्की के अधिकारी एसएमओ में शामिल अन्य गैंग के कमांडरों से भी कश्मीर जाने वाले नामों के बारे में पूछेंगे। एम्सा ने कहा कि उसके गैंग को छोड़ने वाला कश्मीर जाने वाली सूची में शामिल होगा और उसे 2000 डॉलर की फंडिंग दी जाएगी। उसने अपने गैंग के सदस्यों से शायज में कहा कि कश्मीर काराबाख की तरह एक पर्वतीय इलाका है।