वाशिंगटन : भारत में कोरोना की दूसरी लहर के खतरे को देखते हुए अमेरिका ने शुक्रवार को अपने नागरिकों की भारतीय यात्रा पर रोक लगा दी। ब्रिटेन, इटली, जर्मनी, फ्रांस, यूएई, पाकिस्तान और सिंगापुर पहले ही इस तरह का कदम उठा चुके हैं। जबकि कनाडा, हांग कांग और न्यूजीलैंड ने फिलहाल भारत के साथ सभी कॉमर्शियल उड़ानों पर रोक लगाई है। ह्वाइट हाउस प्रेस कोर को संबोधित करते हुए प्रेस चिव जेन साकी ने कहा कि भारत से यात्रा पर यह प्रतिबंध अगले सप्ताह से लागू होगा। प्रेस सचिव ने बताया कि सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की सलाह पर यह कदम उठाया गया है।
कोरोनो की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रतिबंध
भारत की यात्रा पर प्रतिबंध की वजह पूछे जाने पर प्रेस सचिव ने कहा कि 'भारत में कोविड-19 के केसों में जबर्दस्त उछाल आया है और वहां कोरोना के कई वैरिएंट मिले हैं।' इससे पहले अमेरिका ने अपने नागरिकों की भारत यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी की और उनसे जल्द से जल्द भारत छोड़ने के लिए कहा। विदेश विभाग के मुताबिक अमेरिकी नागरिकों को भारत की यात्रा न करने और इस देश को जल्द से जल्द छोड़ने की सलाह दी गई है।
डीजीसीए ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाई रोक
कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए डाइरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने शुक्रवार को 31 मई तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी। भारत में कोरोना की दूसरी लहर काफी घातक साबित हो रही है। इस महामारी से रोजाना करीब साढ़े तीन लाख लोग ग्रसित हो रहे हैं। अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि उनके इलाज में दिक्कत आ रही है। अस्पतालों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है।