- भारत के बाद अब अमेरिका भी चीनी एप टिक-टॉक को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है
- माना जा रहा है कि अमेरिका कोरोना खिलाफ प्रतिक्रियास्वरूप यह कदम उठाने जा रहा है
- कोरोना संक्रमण के लिए अमेरिका अरसे से चीन को जिम्मेदार ठहराता रहा है
वाशिंगटन : कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर नाराज अमेरिका, चीन के खिलाफ एक के बाद एक बड़े कदमों का ऐलान कर रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ के बाद अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी चर्चित चीनी एप टिक-टॉक को अमेरिका में प्रतिबंधित करने की बात कही है। इसे कोरोना संक्रमण के खिलाफ अमेरिकी प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है।
अब ट्रंप ने भरी हामी
इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ ने कहा था कि अमेरिकी अधिकारी उस एप को प्रतिबंधित करने को लेकर विचार-विमर्श कर रहे हैं, जिसकी पैरेंट कंपनी चीन की ByteDance Ltd है। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान जब ट्रंप से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हां, हम इस पर विचार कर रहे हैं... यह एक बड़ा कारोबार है।'
चीन के खिलाफ कई कदम उठाएगा अमेरिका
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर चीन पर हमलावर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि बीजिंग ने अमेरिका और पूरी दुनिया के खिलाफ जो कुछ भी किया है, वह निंदनीय है। उन्होंने कह कि कोरोना संक्रमण से अमेरिका में लगभग तीन लाख लोग संक्रमित हैं, जबकि 1.3 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका चीन के खिलाफ कई कदम उठाने जा रहा है और टिक-टॉक को बैन करना उनमें से एक है।
यहां उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ हालिया तनाव के बाद भारत ने भी चीन के 59 एप को प्रतिबंधित कर दिया है, जिनमें से एक टिक-टॉक भी शामिल है। इसके बाद अमेरिका में भी टिक-टॉक सहित कई एप को प्रतिबंधित करने को लेकर लगातार आवाज उठ रही है।