- अगले कुछ दिनों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति की जिम्मेदारी संभालेंगी कमला हैरिस
- चिकित्सा वजहों से वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर जा रहे हैं बाइडन
- 78 वर्षीय बाइडेन पिछली बार 2019 में हुए थे अस्पताल में भर्ती
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अगले कुछ दिनों के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपनी सभी शक्तियां सौंपने जा रहे हैं, जिसकी जानकारी खुद व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर दी हैं। दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन शुक्रवार को वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर जा रहे हैं जहां राष्ट्रपति के तौर पर पहली बार उनकी नियमित चिकित्सा जांच की जाएगी।
बुश के कार्यकाल में हुआ था ऐसा
ऐसी ही प्रक्रिया का पालन 2002 और 2007 में भी किया गया था जब राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश सत्ता में थे और अब संविधान में निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए, राष्ट्रपति बाइडेन थोड़े समय के लिए उपराष्ट्रपति को सत्ता हस्तांतरित करेंगे। उपराष्ट्रपति इस दौरान वेस्ट विंग में अपने कार्यालय से काम कर सकती हैं। 78 वर्षीय बाइडेन पिछली बार 2019 में अस्पताल में भर्ती हुए थे तब उन्होंने अपने शरीर की पूरी जांच कराई थी और तब चिकित्सकों ने पूर्व उपराष्ट्रपति को ‘स्वस्थ’ और ‘राष्ट्रपति का कर्तव्य सफलतापूर्वक निभाने के लिए उपयुक्त’ पाया था।। 79 साल के बाइडेन राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने वाले सबसे उम्रदराज शख्स हैं।
इस तरह सौंपेगे शक्तियां
2009 से बाइडन के चिकित्सक डॉ. केविन ओ कोनोर ने तीन पन्नों के नोट में लिखा कि तब राष्ट्रपति के उम्मीदवार रहे बाइडन पूरी तरह स्वस्थ थे।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन कुछ दिनों के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपनी सभी ताकतें सौंपने जा रहे हैं। अमेरिकी संविधान में राष्ट्रपति को दी गईं सभी शक्तियां कुछ दिनों के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पास रहेगी। अगर इस दौरान कोई विशेष परिस्थिति बनती है तो कमला हैरिस अमेरिका के राष्ट्रपति की तरह इन शक्तियों का इस्तेमाल कर सकतीं हैं।
संविधान में है ये प्रावधान
अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन के अनुसरण में, बाइडेन सीनेट के अस्थायी अध्यक्ष और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष को लिखे एक पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें कहा गया है कि वह संज्ञाहरण के तहत अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में असमर्थ हैं, इसलिए इस दौरान कमला हैरिस कार्यवाहक राष्ट्रपति बनी रहेगी। ठीक होने के बाद इसी तरह का पत्र भेजकर अपनी पद पर फिर कार्य करेंगे। हैरिस उपराष्ट्रपति बनने वाली दक्षिण एशियाई मूल की पहली महिला होंगी जो कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में सेवा करते हुए कम समय के लिए इतिहास रचेंगी।