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Zakiur Rehman Lakhvi: सलाखों के पीछे आतंक का आका लखवी, क्या यह सिर्फ पाकिस्तान की चाल

Updated Jan 08, 2021 | 20:20 IST

पाकिस्तान की एक अदालत ने लश्कर आतंकी जकीउर रहमान लखवी को 15 साल की सजा सुनाई है।

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लश्कर आतंकी है जकीउर रहमान लखवी
मुख्य बातें
  • लश्कर आतंकी जकीउर रहमान लखवी को 15 वर्ष की सजा
  • पाकिस्तान की अदालत ने सुनाई सजा
  • फरवरी के महीने में एफएटीएफ की होने वाली है महत्वपूर्ण बैठक

नई दिल्ली। एक रिपोर्ट के मुताबिक  लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर और 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के प्रमुख साजिशकर्ता जकीउर रहमान लखवी को उसकी गिरफ्तारी के एक हफ्ते बाद ही पाकिस्तान की अदालत ने 15 साल की सजा सुनाई है। लखवी, मुंबई हमलों का मास्टर माइंड रहा है। सवाल यह है कि लखवी को सजा मिलने के साथ ही दुनिया को पाकिस्तान की कोशिशों पर भरोसा करना चाहिए या ये भी महज फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स की कार्रवाई से बचने के लिए इमरान खान सरकार की चाल है। 

एक दिन पहले गिरफ्तारी, दूसरे दिन 15 वर्ष की सजा
लखवी पर जुर्माना भी लगाया गया है। लाहौर की अदालत ने आतंकी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के आरोप में यह सजा सुनाई है।   लखवी है जिसे कंधार में भारतीय विमान के अपहरण के बाद छोड़ दिया गया था। शनिवार को आतंकी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के आरोप में लश्‍कर सरगना लखवी को गिरफ्तार किया था। जनवरी और फरवरी की बैठक में  एफएटीएफ पाकिस्‍तान को ग्रे लिस्‍ट में बनाए रखने के दर्जे पर विचार करने वाला है। बड़ी बात यह है कि पाकिस्‍तान की इमरान खान सरकार चीन की मदद से देश को ग्रे लिस्‍ट से निकालने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए है लेकिन कामयाबी हासिल नहीं हो रही है। किस्‍तान को उम्‍मीद है कि वह ग्रे लिस्‍ट से निकल सकता है लेकिन उसकी कड़वी सच्‍चाई से एफएटीएफ पूरी तरह से वाकिफ है

क्या यह पाकिस्तान की नौटंकी है
जानकार कहते हैं कि पाकिस्‍तान के लिए यह सामान्‍य बात हो गई है कि वो एफएटीएफ की बैठक से ठीक पहले एक प्रमुख आतंकवादी को अरेस्‍ट कर लेता है। इससे पहले जुलाई 2019 में भी पाकिस्‍तान ने एफएटीएफ की बैठक से ठीक पहले लश्‍कर-ए-तैयबा के संस्‍थापक हाफिज सईद को अरेस्‍ट किया था। उस समय एफएटीएफ पाकिस्‍तान को ब्‍लैक लिस्‍ट करने पर विचार करने वाला था।

एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है पाकिस्तान
पाकिस्‍तान अभी भी एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है। आतंकवाद के वित्‍तपोषण और धनशोधन पर 27 प्‍वाइंट के ऐक्‍शन प्‍लान को पूरा नहीं करता है तो उसे ब्‍लैकलिस्‍ट किया जा सकता है। इससे पहले अक्‍टूबर 2020 में एफएटीएफ की बैठक में पाकिस्‍तान को इस ऐक्‍शन प्‍लान को पूरा करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया था। पाकिस्‍तान का कहना है कि उसने ने 27 में से 21 प्‍वाइंट्स को पूरा कर लिया है और उसे 6 अभी पूरे करने हैं।