यूक्रेन पर रूसी हमले के खिलाफ बुधवार को संयुक्त राष्ट्र आमसभा में निंदा प्रस्ताव पेश हुआ। इस निंदा प्रस्ताव के समर्थन में 141 देशों ने वोट किया जबकि 35 देश वोटिंग से दूर रहे। रूस सहित पांच देशों ने इस प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। भारतीय वायु सेना ने बताया कि उसके चार विमान यूक्रेन में फंसे 798 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट, हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट और पोलैंड के शहर जेजॉ से लेकर बृहस्पतिवार को हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचे। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने बताया कि रूस के हमला करने के बाद से 10 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर चले गए हैं। इस सदी में पहले कभी इतनी तेज गति से पलायन नहीं हुआ है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (यूएनएचसीआर) के आंकड़ों के अनुसार, पलायन करने वाले लोगों की संख्या यूक्रेन की आबादी के दो प्रतिशत से अधिक है। विश्व बैंक के अनुसार 2020 के अंत में यूक्रेन की आबादी चार करोड़, 40 लाख थी।
यूक्रेन से 210 भारतीय नागरिकों को लेकर भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान रोमानिया के बुखारेस्ट से दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर उतरा। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने छात्रों का स्वागत किया।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि भारतीय वायु सेना यूक्रेन से लौटने वाले भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए रूस में रूसी मूल के इल्यूशिन-76 भारी-भरकम परिवहन विमान तैनात कर रही है। भारत मिशन के लिए अमेरिकी मूल के सी-17 विमानों की तैनाती नहीं कर रहा।