अफगानिस्तान में 20 साल बाद सत्ता हासिल होते ही तालिबान महिलाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहा है. बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई.हथियारों के दमपर कब्जा करने वाले तालिबान की तरफ से ऐसा भी कहा गया कि वो शांति चाहते हैं और उन्होंने पुरानी सभी चीजें भूला दी हैं और सरकार बनाने की तैयारी कर रहे है. साफ है कि ये दावे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन हासिल करने के लिए किए जा रहे हैं.ये साबित करने के लिए किया जा रहा है कि ये तालिबान 2.0 है जो महिलाओं के अधिकार और मानवाधिकार को समझता है लेकिन तालिबान को समझने वाले एक्सपर्ट इसे कोरे दावे और फर्जी बातें ही बता रहे हैं.