Digpal Singh

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खबरों की दुनिया में लगभग 19 साल हो गए। साल 2005-2006 में माखनलाल चतुर्वेदी युनिवर्सिटी से PG डिप्लोमा करने के बाद मीडिया जगत में दस्तक दी। कई अखबारों में फ्रीलांस करने के बाद साल 2008 में लाइवहिंदुस्तान (HT Media) के साथ बतौर डिजिटल जर्नलिस्ट मीडिया करियर की शुरुआत की। इसके बाद आजतक की वेबसाइट में लगभग साढ़े तीन साल, डेढ़ साल तक एनडीटीवी की वेबसाइट, करीब तीन साल दैनिक जागरण की वेबसाइट और दो साल इंडिया डॉट कॉम (Zee Media) में काम किया। फरवरी 2024 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। करीब 2 दशक के करियर में हमेशा ब्रेकिंग न्यूज, सिटी न्यूज यानी हाइपर लोकल, राजनीतिक समाचार, खेल से जुड़ी खबरें और अंतरराष्ट्रीय खबरों के बीच रहे। लाइवहिंदुस्तान में पहली पारी के दौरान ही दिल्ली बम ब्लास्ट से लेकर 26/11 मुंबई आतंकी हमले को अकेले कवर करने का अवसर मिला। इसके बाद साल 2009 के लोकसभा चुनाव, 2012-2013 में अन्ना आंदोलन की खबरों पर भी करीब से नजर रखी। 2014 में देश में परिवर्तन के लिए जो छटपटाहट थी उसे करीब से अनुभव किया और मोदी लहर के साक्षी रहे।इस दौरान सचिन तेंदुलकर के 50 शतक, भारत को टी20 वर्ल्डकप की ट्रॉफी एक बार फिर उठाते, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे करियर को आगे बढ़ते हुए करीब से देखा। अपनी इसी पारी में माही मार रहा है से लेकर कैप्टन कूल तक उन्हें हर फैसले को शांत तरीके से लेते देखा। 2008, 2012 और 2016 के ओलंपिक खेल भी देखे और भारत की मेडल टेली को ब्रांज से सुनहरा होते देखा। 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में नए भारत की लंबी छलांग भी देखी।2016 में अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प के उत्थान को देखा, इसी साल नोटबंदी और बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतार को भी अपनी खबरों में जगह दी। 2017 में दैनिक जागरण में रहते हुए उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित पांच राज्यों के चुनाव डेस्क को हेड करने का अवसर मिला और यूपी में भगवा की लहर के गवाह भी रहे। उरी में आतंकी हमले की खबर को भी कवर किया और पाकिस्तान की धरती पर सर्जिकल स्ट्राइक को भी ब्रेकिंग न्यूज के तौर पर लगाया। 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर मोदी सरकार के नारे को हिट होते हुए देखा और पीएम मोदी को फिर से शपथ लेते हुए भी अपनी खबरों में बखूबी दिखाया। 2020-21 में कोरोना के दंश को झेलते हुए भी लोगों तक हर ब्रेकिंग न्यूज को पहुंचाया। इस बीच पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक की खबर को ब्रेक करने का भी अवसर मिला। धारा 370, तीन तलाक और न जाने कितनी ऐसी खबरें हैं, जिन्हें लिखते हुए एहसास ही नहीं हुआ कि हम इतिहास के एक महत्वपूर्ण हिस्से का हिस्सा बन गए हैं। देश के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की खबर भी छापी और राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी कलमबद्ध किया। कुल मिलाकर कोशिश यही है कि विषय कोई भी हो, कोई खबर न छूटे और पाठकों के मन में उठने वाले हर प्रश्न का जवाब मिले।और पढ़ें

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