FAME II Subsidy में हेरफेर का मामला, Okinawa और Hero Electric पर 249 करोड़ जुर्माना

FAME II Subsidy पाने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं ने विदेशी पुर्जों को देशी बताकर अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में इस्तेमाल किया। केंद्र सरकार ने अब जांच पूरी कर ली है और दो कंपनियों पर करीब 250 करोड़ का जुर्माना लगाया है।

जेंसियों हले िक ुकीं नाई ही वी िली ब्सिडी ्लेम न्वेस्टिगेशन

मुख्य बातें
  • फेम-2 सब्सिडी में हेरफेर का मामला
  • हीरो इलेक्ट्रिक और ओकिनावा देषी
  • केंद्र सरकार ने वापस मांगे 249 करोड़

FAME II Subsidy Violation: भारत सरकार की फेम-2 ईवी स्कीम में सब्सिडी पाने के लिए हेरफेर की कई शिकायतों के बाद मिनिस्ट्री ऑफ हेवी इंडस्ट्रीज ने इसकी जांच की है। इस मामले की जांच करने के लिए आईकैट जैसी इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को नियुक्त किया गया था। इस मामले की जांच करते हुए इन एजेंसियों ने पहले से बिक चुकीं और बनाई जा रही ईवी पर मिली सब्सिडी क्लेम पर इन्वेस्टिगेशन की। इन इलेक्ट्रिक वाहनों को खोलकर देखा गया और जिससे ये पता लगाया जा सके कि इनमें कितने पुर्जे देशी और कितने विदेशी हैं।

250 करोड़ का जुर्माना लगाया

इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को लेकर ये जांच पूरी हो चुकी है जिसमें हीरो इलेक्ट्रिक और ओकिनावा सब्सिडी पाने के लिए हेरफेर करने में शामिल पाई गई हैं। इन दोनों कंपनियों ने फेम-2 स्कीम के तहत सब्सिडी पाने के लिए विदेशी पुर्जों का इस्तेमाल अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में किया है और उन्हें देशी बताया है। परिणामस्वरूप केंद्र सरकार ने इन दोनों ईवी निर्माताओं से करीब 250 करोड़ रुपये की रिकवरी मांगी है। इनमें से ओकिनावा ऑटोटेक पर 116 करोड़ का रिकवरी नोटिस जारी हुआ है, वहीं हीरो इलेक्ट्रिक को 133 करोड़ रुपये वापस करने को कहा गया है।

End Of Feed