टेस्ला का ऑटो-पायलट हुआ बीमार, 20 लाख से ज्यादा कारों की हो रही जांच

एलन मस्क की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला को दुनिया भर में काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। टेस्ला के ऑटो-पायलट फीचर से लोग अचंभित रह जाते हैं और इसकी कई वीडियो भी वायरल हुई हैं। लेकिन लगता है कि फिलहाल टेस्ला के ऑटो-पायलट की जांच चल रही है। कार एक्सीडेंट के 20 मामले सामने आने के बाद अमेरिकी जांच एजेंसी एक्शन में आ गई है।

टेस्ला ऑटो-पायलट हुआ बीमार, अमेरिकी जांच एजेंसी ने शुरू किया एक्शन

Tesla Autopilot: पूरी दुनिया में टेस्ला की कारों को काफी पसंद किया जाता है। टेस्ला का ऑटो-पायलट फीचर भी इन कारों को पसंदीदा बनाने में पूरा सहयोग देता है। हाल ही में हमने टेस्ला के ऑटो-पायलट फंक्शन को एक्शन में देखा था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए एक आदमी ने बताया था कि माइल्ड हार्ट-अटैक में उस आदमी की जांच ऑटो-पायलट की वजह से बच पाई थी। पर अब अमेरिकी जांच एजेंसियों को लग रहा है कि खुद ऑटो-पायलट ही बीमार पड़ गया है। अमेरिकी सेफ्टी एजेंसी हरकत में आ गई है और टेस्ला के ऑटो-पायलट की जांच की जा रही है।

लंबा है सिलसिलापिछले एक साल से राष्ट्रीय राजमार्ग ट्रैफिक सुरक्षा प्रशासन (NHTSA) टेस्ला के ऑटोपायलट की जांच कर रही है। हाल ही में संस्था ने जानकारी दी है कि उसने एक नई जांच की शुरुआत की है। पिछले साल दिसंबर में टेस्ला ने ऑटो-पायलट फीचर में कुछ आवश्यक बदलाव किए थे। टेस्ला कारों के एक्सीडेंट के 20 मामले सामने आने के बाद कंपनी ने यह फैसला लिया था। जांच एजेंसी जानना चाहती है कि कंपनी द्वारा सोफ्टवेयर में किए गए बदलाव से क्या समस्या का समाधान हो पाया है या नहीं?

20 लाख से ज्यादा कारें घेरे मेंNHTSA की मानें तो इस मामले के संबंध में 20 लाख से ज्यादा कारों की जांच की जा रही है। इस खबर की बदौलत टेस्ला के शेयरों में लगभग 2.2% की गिरावट देखने को भी मिली है। अभी तक की गई जांच में NHTSA ने पाया है कि ऑटो-पायलट फीचर ड्राइवर को पूरी तरह गाड़ी चलाने के लिए मजबूर नहीं करता है। साथ ही सिस्टम पर ड्राइवर की निर्भरता भी बढ़ती है। इन कारणों की वजह से 13 से ज्यादा एक्सीडेंट ऐसे हुए हैं जिनमें 1 से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।

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