नया साल हो या नया वित्त वर्ष, कंपनियों ने गाड़ियों के दाम बढ़ाना बना लिया है ट्र्रेंड

वाहन निर्माता कंपनियां बीते करीब 5 साल से लगातार एक ही वजह बताकर हर कैलेंडर ईयर के अंत में और हर वित्त वर्ष के अंत में वाहनों के दाम बढ़ा देती हैं। जानें क्या है इन कंपनियों द्वारा दाम बढ़ाने की मुख्य वजह।

दिसंब 2023 में ्य रमुख वाह िर्मात कारों और बाइ्स के दा बढ़ान की ोषणा करन वाले हैं

मुख्य बातें
  • वाहन निर्माता बढ़ा रहे आपका बोझ
  • हर साल 2 बार बढ़ाए जाते हैं दाम
  • कैलेंडर, वित्त वर्ष दोंनों में बढ़ोतरी

Car Price Hike Is New Trend In India: वाहन निर्माताओं ने बीते कुछ सालों से नए कैलेंडर ईयर और नए वित्त वर्ष की शुरुआत होते की अपनी गाड़ियों की कीमत बढ़ाना एक ट्रेंड बना लिया है। चाहे मारुति सुजुकी हो या महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स हो या ऑडी और मर्सिडीज-बेंज सभी मुख्य वाहन निर्माताओं ने अभी से कारों के दाम बढ़ाने की घोषणा कर दी है। इनमें से कुछ ने कहा है कि कीमत में बढ़ोतरी पर विचार किया जा रहा है, हालांकि ये कंपनियां जनवरी 2024 से ही अपनी गाड़ियों के दाम बढ़ाएंगी। दिसंबर 2023 में अन्य प्रमुख वाहन निर्माता भी कारों और बाइक्स के दाम बढ़ाने की घोषणा करने वाले हैं।

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घिसा-पिटा है कारण

बीते करीब 4-5 साल से आपने भी ध्यान दिया होगा कि सभी वाहन निर्माता सिर्फ लागत मूल्य में बढ़ोतरी और कमजोर होते रुपये का हवाला देते हैं। यानी बीते कई सालों से लगातार लागत मूल्य बढ़ रही है और रुपये भी बिना किसी स्थिरता के लगातार गिरा जा रहा है। वाहनों की लगातार बढ़ती कीमत अब ग्राहकों का बजट बिगाड़ने लगी हैं, हालांकि कंपनियां हर 6-8 महीने में मामूली इजाफा ही करती है। कुल मिलाकर आपको नए साल में अगर नया वाहन खरीदना है तो इसके लिए मौजूदा से ज्यादा कीमत अदा करनी होगी।

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