अब नहीं मिलेंगी जल्द आराम देने वाली 14 दवाएं, सरकार ने लगाया बैन, जानिए क्या है वजह

Govt Ban 14 Instant Relief Medicine: सरकार ने 14 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन दवाओं पर रोक लगा दी है। ये दवाएं अब बाजार में नहीं मिलेंगी। इनमें कई दवाएं ऐसी हैं, जो फटाफट आराम तो देती हैं, लेकिन इनसे लोगों को काफी नुकसान भी होता है।

14 Instant Relief Medicine Ban

14 दवाओं पर लगा बैन

मुख्य बातें
  • 14 दवाओं पर लगा बैन
  • सरकार ने किया प्रतिबंधित
  • इंसानों के लिए हो सकती हैं नुकसानदेह

Govt Ban 14 Instant Relief Medicine: भारत सरकार ने 14 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (Fixed Dose Combination) या एफडीसी (FDC) दवाओं पर रोक लगा दी है। ये दवाएं अब बाजार में नहीं मिलेंगी। इनमें कई दवाएं ऐसी हैं, जो फटाफट आराम तो देती हैं, लेकिन इनसे लोगों को काफी नुकसान भी होता है। केंद्र सरकार ने एकस्पर्ट कमेटी की सलाह पर यह कदम उठाया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन दवाओं में दो या दो से अधिक दवाओं के मिश्रण होते हैं।

ये भी पढ़ें - Balasore Train Accident : त्रासदी में फायदा उठा रही हैं एयरलाइन कंपनियां, कई रूटों पर 6 गुना तक बढ़ाया किराया

इन दवाइयों पर लगाया गया है बैन

  • निमेसुलाइड + पेरासिटामोल टैबलेट्स (Nimesulide Paracetamol Dispersible Tablets)
  • क्लोफेनिरामाइन मैलेट + कोडीन सिरप (Chlopheniramine Maleate Codeine Syrup)
  • फोल्कोडाइन + प्रोमेथाजीन (Pholcodine Promethazine)
  • एमोक्सिसिलिन + ब्रोमहेक्सिन (Amoxicillin Bromhexine)
  • ब्रोमहेक्सिन + डेक्स्ट्रोमेथोर्फन + अमोनियम क्लोराइड + मेन्थॉल (Bromhexine Dextromethorphan Ammonium Chloride Menthol)
  • पेरासिटामोल + जैसे संयोजन ब्रोमहेक्सिन+ फिनाइलफ्राइन + क्लोरफेनिरामाइन + गुआइफेनेसिन और सालबुटामोल + ब्रोमहेक्सिन (Paracetamol Bromhexine Phenylephrine Chlorpheniramine Guaiphenesin and Salbutamol Bromhexine)

इंसानों के लिए नुकसानदेह

एक्सपर्ट कमेटी ने कहा कि इस एफडीसी के लिए कोई चिकित्सीय औचित्य नहीं है और इनमें इंसानों के लिए जोखिम शामिल हो सकता है। इसलिए, इनकी मैन्युफैक्चरिंग, बिक्री या डिस्ट्रिब्यूशन पर रोक लगाना जरूरी है। ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 की धारा 26 ए के तहत इन पर बैन लगा दिया गया है।

सरकार ने जारी कर दिया बयान

स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मामले में एक अधिसूचना जारी करते हुए विशेषज्ञ समिति और औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड (Expert Committee and the Drugs Technical Advisory Board) की सिफारिशों के आधार पर, इस बात से संतुष्टि जताई है कि जनहित के मद्देनजर इन दवाओं की बिक्री, डिस्ट्रिब्यूशन और मैन्युफैक्चरिंग पर बैन लगाना जरूरी है।

आपको बता दें कि इससे पहले भी कई बार कई दवाओं पर सरकार ने बैन लगाया है। ऐसे फैसले जनहित को ध्यान में रखते हुए लिए गए हैं।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

काशिद हुसैन author

काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर वे सीनियर कॉरेस्पोंडेंट हैं। टाइम्स नाउ नवभारत की ब...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited