Cryptocurrency Phising : क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन धोखाधड़ी में 40 फीसदी इजाफा, आप कैसे रह सकते हैं सेफ

2021 के मुकाबले 2022 में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े धोखाधड़ी मामलों में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। पिछले साल क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी के 5,040,520 मामले दर्ज किए गए।

क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी के मामले बढ़े

मुख्य बातें
  • क्रिप्टो फ्रॉड के मामलों में 40 फीसदी बढ़ोतरी हुई
  • पिछले साल क्रिप्टो फ्रॉड के 50 लाख से अधिक मामले दर्ज हुए
  • 2021 में यह आंकड़ा करीब 36 लाख था

Cryptocurrency Phising : भारत में क्रिप्टोकरेंसी के निवेशकों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। मगर इसके साथ ही क्रिप्टो स्कैम और क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन में धोखाधड़ी में भी काफी इजाफा हुआ है। 2022 में बैंकिंग पीसी और मोबाइल मैलवेयर जैसे फाइनेंशियल खतरों का उपयोग करने वाले हमले तो कम हो गए, मगर साइबर अपराधियों ने अपना ध्यान क्रिप्टो इंडस्ट्री सहित कुछ नए क्षेत्रों की तरफ मोड़ा। क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े धोखाधड़ी के मामलो में काफी बढ़ोतरी हुई है।

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क्रिप्टो फ्रॉड के मामले 40 फीसदी बढ़े

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ईटी सीआईओ की रिपोर्ट के अनुसार कासपर्सकी ने एक स्टडी में पाया है कि क्रिप्टो फ्रॉड के मामले 40 फीसदी बढ़े हैं। नई स्टडी के अनुसार 2021 में क्रिप्टो फ्रॉड से जुड़े 3,596,437 मामले सामने आए थे, जबकि 2022 में इनकी संख्या 5,040,520 पहुंच गयी, जो कि साल-दर-साल 40 फीसदी की बढ़ोतरी है। क्रिप्टो फिशिंग में इस बढ़ोतरी को पिछले साल क्रिप्टो बाजार में आई गिरावट के जरिए भी समझा जा सकता है।

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