Akasa Air 43 पायलटों के खिलाफ पहुंची अदालत, नोटिस पीरियड पूरा किए बिना नौकरी छोड़ने का है मामला
Akasa Air: प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन अकासा एयर (Akasa Air ) ने 43 पायलटों के खिलाफ अदालत का रुख किया है। वजह है पायलट का बिना नोटिस के कंपनी छोड़ना है।
पायलटों के लिए अकासा एयर का नोटिस पीरियड 6 महीने का है।
Akasa Air: प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन अकासा एयर (Akasa Air ) ने 43 पायलटों के खिलाफ अदालत का रुख किया है। वजह है पायलट का बिना नोटिस के कंपनी छोड़ना है। ईटी के मुताबिक बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर अकासा एयर ने कहा कि पायलटों को उनके समझौते के अनुसार अनिवार्य नोटिस अवधि पूरी होने तक किसी भी नई कंपनी या संगठन में शामिल होने से रोका जाना चाहिए। बता दें कि पायलटों के लिए अकासा एयर का नोटिस पीरियड 6 महीने का है।
अकासा एयर के प्रवक्ता ने ईटी को बताया कि यह ना सिर्फ कानूनी रूप से अवैध है, बल्कि अनैतिक कृत्य भी है। इसकी वजह से अगस्त महीने में उड़ान सेवाएं बाधित रही थीं और आखिरी मिनट में कई उड़ान को रद्द करना पड़ा। बयान में दावा किया गया है कि पायलटों के इस मनमाने ढंग के फैसले से हजारों ग्राहकों को परेशानी झेलनी पड़ी।
अकासा एयर की घरेलू बाजार हिस्सेदारी जुलाई में घटी
आपको बता दें कि भारत के एविएशन सेक्टर में अकासा एयर नई कंपनी है। इस एयरलाइन की घरेलू बाजार हिस्सेदारी जुलाई में 5.2% से घटकर अगस्त में 4.2% रह गई। इस गिरावट का कारण एयरलाइन के उन पायलटों को माना जा रहा है, जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में प्रतिद्वंद्वी एयरलाइन कंपनियों को ज्वाइन किया है।
स्पाइसजेट में दिखी बढ़त
अकासा एयर ने इस साल जून में स्पाइसजेट से आगे बढ़कर जुलाई में अपनी बढ़त बरकरार रखी थी। हालाँकि, अगस्त में एयरलाइन की बाज़ार हिस्सेदारी में गिरावट आई। अगस्त महीने के दौरान, अकासा एयर ने 527,000 यात्रियों को पहुँचाया, जो जुलाई में 624,000 यात्रियों की तुलना में कम है। इसके विपरीत, स्पाइसजेट ने अगस्त में 541,000 यात्रियों को ले जाया, जो पहली बार अकासा एयर के यात्री संख्या को पार कर गया, क्योंकि बाद वाले को पायलटों की कमी से जूझना पड़ा। जुलाई में स्पाइसजेट ने 504,000 यात्रियों को ढोया था।
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