Amazon Layoffs: भारत में अमेजन के 500 कर्मचारियों की नौकरियों पर खतरा, ग्लोबल लेवल पर छंटनी का दूसरा दौर

Amazon Lay Off: अमेजन अपने वेब सर्विसेज (AWS) में काम कर रहे कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है। वह अपने वेब सर्विसेज के सेक्शन में काम रहे एचआर और सपोर्ट फंक्शन्स सहित कई तरह के बिजनेस सेगमेंट में कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है।

Amazon Lay Off

अमेजन अपने वेब सर्विसेज सेगमेंट में हो सकती है छंटनी।

Amazon Lay Off: अमेजन अपने वेब सर्विसेज (AWS) में काम कर रहे कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है। ईटी के मुताबिक वह अपने वेब सर्विसेज के सेक्शन में काम कर रहे एचआर और सपोर्ट फंक्शन्स सहित कई तरह के बिजनेस सेगमेंट में कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है।
अमेजन भारत में कम से कम 500 कर्मचारियों की छंटनी कर सकता है। बता दें कि ये अमेजन के सीईओ एंडी जेसी (Andy Jassy) के मार्च में वैश्विक स्तर पर लगभग 9,000 कर्मचारी के छंटनी के अतिरिक्त होगी।
जनवरी में 18 हजार कर्मचारियों की थी छंटनी
कोच्चि और लखनऊ जैसे कुछ टीयर-2 शहरों में कुछ विक्रेता ऑनबोर्डिंग कामों को भी पुनर्गठन के एक हिस्से के रूप में बंद कर दिया गया है। अमेजन के एक प्रवक्ता ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और प्रश्नों का जवाब नहीं दिया। Amazon में कुछ ही महीनों के अंदर ये छंटनी का यह दूसरा दौर है। अमेजन जनवरी में घोषणा की थी कि लगभग 18,000 कर्मचारियों को निकाल दिया जाएगा।
वेब सर्विसेज का बिजनेस हो सकता है धीमा
कंपनी ने पिछले साल के अंत में भारत में अपने एडटेक, फूड डिलीवरी और थोक सप्लाई करने वाले बिजनेस सहित कई व्यवसायों को बंद कर दिया है।अप्रैल में, अमेजन सीएफओ ब्रायन ओल्सावस्की (Brian Olsavsky) ने विश्लेषकों को बताया कि इसके क्लाउड बिजनेस AWS से विकास धीमा हो सकता है। इसके पीछे की वजह व्यापारिक ग्राहक मंदी को लेकर चिन्तित हैं और खर्च कम कर रहे हैं।
ई-कॉमर्स व्यवसाय में अभी भी परिवर्तन का दौर जारी
अमेजन इंडिया के साथ काम करने वाले कई स्रोतों और ब्रांडों ने कहा कि ई-टेलर ने प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के बीच सबसे अधिक प्रभाव देखा है। इसका ई-कॉमर्स व्यवसाय अभी भी परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है क्योंकि इसके सबसे बड़े विक्रेताओं में से एक, अपारियो (Appario) नए विक्रेताओं को इन्वेंट्री ट्रांसफर कर रहा है ताकि भारत में नियमों का पालन किया जा सके। भारतीय नियम ऑनलाइन मार्केटप्लेस चलाने वाली किसी विदेशी स्वामित्व वाली संस्था और उसकी समूह कंपनियों को प्लेटफॉर्म पर किसी भी विक्रेता में हिस्सेदारी रखने या उनकी इन्वेंट्री पर नियंत्रण रखने की अनुमति नहीं देते हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

आशीष कुशवाहा author

आशीष कुमार कुशवाहा Timesnowhindi.com में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। वह मई 2023 से Timesnowhindi.com के साथ जुड़े हैं। वह यहां शेयर बाजा...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited