क्या आप कार्ड अपग्रेड करवा रहे हैं? तो इन बातों को रखें याद, आएंगी बड़े काम
Upgrading Credit card: क्रेडिट कार्ड महत्वपूर्ण फाईनेंशियल टूल्स हैं और यह पेमेंट का सुविधाजनक तरीके के अलावा भी बहुत मायने रखते है। बेसिक क्रेडिट कार्ड, जिनके साथ सीमित रिवार्ड और फीचर्स जुड़े रहते हैं।
बेसिक क्रेडिट कार्ड, जिनके साथ सीमित रिवार्ड और फीचर्स जुड़े रहते हैं, वे बिगनर्स के लिए उचित हो सकते हैं।
Upgrading Credit card: क्रेडिट कार्ड महत्वपूर्ण फाईनेंशियल टूल्स हैं और यह पेमेंट का सुविधाजनक तरीके के अलावा भी बहुत मायने रखते है। यदि सही ढ़ंग से चुना जाता है और जिम्मेवारी से इसका इस्तेमाल किया जाता है, तो क्रेडिट कार्ड आपकी फाईनेंशियल हैल्थ को बूस्ट कर सकते हैं और कैशबैक तथा डिस्काउंट के साथ आप अपनी खरीददारी पर शानदार डील प्राप्त कर सकते हैं।
बेसिक क्रेडिट कार्ड, जिनके साथ सीमित रिवार्ड और फीचर्स जुड़े रहते हैं, वे बिगनर्स के लिए उचित हो सकते हैं जो इनका इस्तेमाल पहली बार करने जा रहे हैं। लेकिन, समय के साथ, जैसे-जैसे आपकी इंकम, क्रेडिट प्रोफाइल, तथा खर्च की आदतों में बदलाव होता चला जाता है, तो आप अपने क्रेडिट कार्ड को ऐसे क्रेडिट कार्ड में अपग्रेड करना चाहेंगे जिससे आपको बेहतर रिवार्ड मिलते हैं, उच्च लिमिट मिलती है तथा कई अन्य पर्क्स मिलते हैं जो आपकी बदली हुई ज़रूरतों से मेल करते हैं। लेकिन, आप यह कैसे फैसला ले सकते हैं कि क्या आपको किसी ऐसे कार्ड की ज़रूरत है भी या नहीं है? यहां कुछ ज़रूरी प्वाइंटर्स दिए गए हैं जिनसे आपको इस बारे में फैसला लेने में मदद मिल सकती है।
आपको अपना क्रेडिट कार्ड कब अपग्रेड करवाना चाहिए?
अपने कार्ड को अपग्रेड करवाने से आपको बेहतर रिवार्ड और कैशबैक के अलावा, उसका प्रयोग करने के लिए बेहतर शर्तें जैसे ब्याज की कम दर या उच्च क्रेडिट लिमिट आदि भी मिल सकती हैं। यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं जब आपको अपने क्रेडिट कार्ड को अपग्रेड करवाना चाहिए:
1. क्रेडिट स्कोर में सुधार होना
जब आपने अपने मौजूदा कार्ड को लिया था, तब से लेकर अब तक आपके क्रेडिट स्कोर में बहुत अधिक सुधार हुआ है, तो आप अपग्रेड के लिए एप्लाई कर सकते हैं। उच्च स्कोर से आप अपग्रेडेड कार्ड के एलिजिबल हो जाते हैं, और जिससे आपको बेहतर रिवार्ड, लाभ और सुविधाएं प्राप्त होती हैं।
2. खर्च करने का पैटर्न बदल गया है
यदि आपकी जीवनशैली या खर्च करने का पैटर्न बदल गया है, तो आप ऐसा कार्ड लेने पर विचार कर सकते हैं जो आपकी ज़रूरतों से मेल करता है। उदाहरण के लिए, यदि आप अक्सर यात्रा करते हैं, तो ऐसा कार्ड जिससे आपको एयरपोर्ट लाउंज सुविधा, ट्रैवल रिवार्ड या ट्रैवल बीमा मिलता है, आपके लिए अधिक उपयुक्त रहेगा।
3. मौजूदा कार्ड द्वारा सीमित रिवार्ड ऑफर किए जाते हैं
यदि आपके मौजूदा कार्ड का रिवार्ड प्रोग्राम आपकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं है तथा आप बेहतर कार्ड के पात्र हैं, जिस पर अधिक आकर्षक सुविधाएं उपलब्ध हैं, तो आपको कार्ड अपग्रेड करवाना चाहिए।
4. मौजूदा कार्ड की फीस बहुत अधिक है
यदि आपको लगता है कि आप अधिक वार्षिक फीस, फॉरन ट्रांजेक्शन फीस, या अपने मौजूदा कार्ड पर उच्च ब्याज दर का भुगतान कर रहे है, तो कम फीस वाले कार्ड के साथ अपग्रेड करवाने से आप लंबे समय में पैसे की बचत कर पाएंगे।
5. इश्यूअर आपको अपग्रेड की ऑफर करता है
कुछ क्रेडिट कार्ड इश्यूअर्स अपने निष्ठावान ग्राहकों को अपग्रेड विकल्प ऑफर करते हैं। यदि आपने अपने मौजूदा कार्ड इश्यूअर के साथ बेहतर रिश्ता बनाए रखा है, तो वे गुडविल के रूप में आपको अपग्रेड की ऑफर कर सकते हैं।
आपको अपग्रेड कब नहीं करवाना चाहिए?
हालांकि आमतौर पर क्रेडिट कार्ड अपग्रेड्स से मिलने वाले लाभ, उसके लिए अदा की जाने वाली फीस से कहीं अधिक होते हैं, लेकिन आपको नए कार्ड के लिए अपग्रेड करवाने से बचना चाहिए यदि आपको ऑफर की जाने वाली हायर लिमिट को मैनेज करना आपके बजट से बाहर हो। उदाहरण के लिए, यदि अपग्रेड कार्ड से मिलने वाले लाभों के अलावा, इसके लिए हायर वार्षिक फीस, उच्च रख रखाव लागत, या लेनदेन की फीस देनी पड़ती है, तो अपग्रेड से बचना ही बेहतर होगा।
अपग्रेड करवाते समय, तय कर लें कि नई कार्ड के साथ जुड़ी लागत की तुलना में मिलने वाले संभावित लाभ अधिक हैं। लेकिन, यदि आपकी क्रेडिट हैल्थ कमजोर है, तो आप अपग्रेडेड कार्ड के पात्र नहीं हो सकते हैं। अपग्रेड पर विचार करने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार करें।
साथ ही, यदि आपके खर्चों को पूरा करने के लिए आपकी मौजूदा क्रेडिट लिमिट पर्याप्त है, तो केवल हायर क्रेडिट लिमिट के लिए अपग्रेड करवाने की सलाह नहीं दी जाती है। यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड का कम इस्तेमाल करते हैं तथा अपने कार्ड पर मौजूदा लाभों का प्राप्त नहीं करते हैं, तो अपग्रेडेड कार्ड को लेने से बचें।
अपग्रेड करवाते समय किन बातों पर विचार करना चाहिए
सबसे पहले जो अपग्रेड आप चाहते हैं, उस पर विचार करें। उधारदाता या कार्ड इश्यूअर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और क्रेडिट स्कोर पर विचार करेगा। वे आपकी आय और अन्य कर्जों के बारे में जानकारी भी मांग सकता है।
क्रेडिट कार्ड लाभ और पर्क्स, जैसे हायर कैशबैक, बेहतर रिवार्ड, कन्सिरिएज सर्विसेज़, कम्प्लीमेंट्री बीमा, और हायर क्रेडिट लिमिट आदि के लिए लागत अदा करनी पड़ती है। यह फीस हायर वार्षिक फीस, ब्याज, ज्वाइनिंग फीस, एटीएम विदड्रावल फीस, देरी से भुगतान की फीस, फॉरन ट्रांजेक्शन फीस, बैलेंस ट्रांसफर फीस आदि के रूप में हो सकती है। इसलिए, नए कार्ड से जुड़े सभी चार्ज का पता लगाएं तथा अपग्रेड करने से पहले कॉस्ट-बेनिफिट विश्लेषण करें। साथ ही, अपने मौजूदा कार्ड के साथ नए कार्ड की ब्याज दरों की तुलना करें। यदि आपकी आदत मंथ-टू-मंथ ओवर-ड्यूज़ को आगे ले जाने की आदत है, तो ऐसा कार्ड जिसके साथ निम्न फीस जुड़ी है, आपके लिए बेहतर होगा।
क्या आपको अपने क्रेडिट कार्ड को अपग्रेड करवाना चाहिए?
आमतौर पर क्रेडिट कार्ड अपग्रेड के मायने हैं कि आपको रिवाज्ड, हायर क्रेडिट लिमिट मिलती है, जिससे आपकी पर्चेसिंग पॉवर भी बढ़ती है। लेकिन, यदि आप इस हायर लिमिट का प्रयोग करते हैं, और यह भी संभव है कि हायर क्रेडिट लिमिट को मैनेज करना आपके बजट से मेल न करता हो, जिससे आप पर कर्ज हो सकता है। लेकिन, क्रेडिट कार्ड अपग्रेड के साथ हर बार इस बात की गारंटी नहीं होती कि हायर क्रेडिट लिमिट भी दी जाएगी। क्या आपको हायर क्रेडिट लिमिट मिलेगी या नहीं, यह कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है, जैसे आपकी मासिक आय, मौजूदा क्रेडिट कार्ड की वर्तमान लिमिट, अन्य कर्जे, तथा इश्यूअर की आंतरिक नीतियां आदि।
साथ ही, जब आप अपग्रेडेड कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, नए अपग्रेडेड कार्ड के नियम और शर्तों पर ध्यान दें। अनेक लाभ जैसे, ब्याज के बिना बैलेंस ट्रांसफर पीरियड या बोनस रिवार्ड पॉइंट आदि मौजूदा ग्राहकों की तुलना में सिर्फ नए ग्राहकों को ही ऑफर किए जा सकते हैं।
हायर लिमिट की ऑफर करने वाले क्रेडिट कार्ड से आप कर्ज के जाल में फंस सकते हैं, यदि आप इसका इस्तेमाल सावधानी से नहीं करते हैं। इससे बचने के लिए, अपनी आय, खर्च और बचत के लक्ष्यों को कवर करते हुए, बजट बनाएं। बेकार खर्चों से बचने के लिए इस बजट का पालन करें। साथ ही यह भी तय कर लें कि हर महीने क्रेडिट कार्ड ड्यूज़ का पूरा भुगतान करने के लिए आप फंड की व्यवस्था रखते हैं। इसके अलावा, अपनी स्टेटमेंट की नियमित समीक्षा करके आप अपने क्रेडिट कार्ड खर्च को ट्रैक करते रहें। इससे आपको गैर-ज़रूरती और जोश में आकर खरीद की पहचान करने में मदद मिलेगी, और यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो आप कर्ज के जाल में फंस सकते हैं।
(इसके लेखक आदिल शेट्टी हैं जो बैंक बाजार डॉट कॉम के सीईओ हैं।)
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