Bank Of Japan: बैंक ऑफ जापान ने 17 साल बाद बढ़ाईं ब्याज दरें, जानें भारत पर क्या हो सकता है असर
Bank Of Japan Hikes Interest Rate:बैंक ऑफ जापान ने अपनी नीति बैठक में अल्पकालिक ब्याज दर को ऋणात्मक 0.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.1 प्रतिशत कर दिया। ब्याज दरों में फरवरी 2007 के बाद पहली बार बढ़ोतरी हुई है।
बैंक ऑफ जापान
जापान बैंक ने क्यों उठाया फैसला
केंद्रीय बैंक ने दो प्रतिशत मुद्रास्फीति का लक्ष्य तय किया था, जिससे यह संकेत मिलता है कि जापान आखिरकार अपस्फीति (Deflation) की प्रवृत्ति से बच गया है। मुद्रास्फीति (Inflation) के विपरीत अपस्फीति में कीमतें जरुरत से ज्यादा कम होने लगती हैं।बैंक ऑफ जापान के प्रमुख काजुओ उएदा ने इससे पहले कहा था कि अगर दो प्रतिशत मुद्रास्फीति लक्ष्य पूरा हो जाता है, तो बैंक अपनी नकारात्मक ब्याज दर की समीक्षा करेगा। इस साल ही जापान की इकोनॉमी मंदी की वजह से दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी के पायदान से फिसलकर चौथी नंबर पर आ गई है। जापान की साल 2023 की आखिरी तिमाही ग्रोथ रेट 0.3 फीसदी रही है। मंदी से परेशान जापान में बढ़ती महंगाई और कॉस्ट ऑफ लिविंग को देखते हुए, बड़ी कंपनियों ने पिछले तीन दशक में सबसे ज्यादा सैलरी बढ़ोतरी का ऐलान किया है। कंपनियों ने 5.28 फीसदी तक सैलरी बढ़ोतरी का ऐलान किया है।
पाकिस्तान में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने लगातार छठी बार अपनी नीति बैठक में प्रमुख कर्द दर में कोई बदलाव नहीं करते हुए इसे 22 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बरकरार रखा है ।इस बीच पड़ोसी देश में नवनिर्वाचित सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ राहत पैकेज की अगली किश्त हासिल करने के लिए चर्चा कर रही है। आईएमएफ को यह तय करना है कि क्या पाकिस्तान ने 1.1 अरब डॉलर की अगली किश्त पाने के लिए जरूरी शर्तों को पूरा कर लिया है।
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