FICCI Foundation Day: BCCL के पूर्व चेयरमैन शांति प्रसाद जैन को किया गया सम्मानित, टाइम्स ग्रुप के एमडी विनीत जैन ने दादाजी को दी विशेष श्रद्धांजलि
FICCI Foundation Day: विनित जैन ने इस समारोह में अपने संबोधन के दौरान कहा कि यह भारत का समय है। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग आने वाले समय में भारत को एक विकसित देश में बदलने में मदद करने के लिए तैयार है। इस समारोह में साल 1927 से 1959 की अवधि के अन्य पूर्व फिक्की प्रेसिडेंट को याद किया गया।
Times Group MD Vineet Jain pays Special Tribute to Grandfather
'हम सभी उनकी विरासत के रखवाले'
विनित जैन ने इस समारोह में अपने संबोधन के दौरान कहा कि यह भारत का समय है। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग आने वाले समय में भारत को एक विकसित देश में बदलने में मदद करने के लिए तैयार है। विनीत जैन ने कहा कि मेरे दादा शांति प्रसाद जैन को सम्मानित करने के लिए मेरा परिवार आप सभी को धन्यवाद देता है। हम सभी उनकी विरासत के रखवाले हैं। क्योंकि बेनेट कोलमैन आज जिस भी मुकाम पर है, उसकी नींव उन्होंने ही रखी थी। हम उनके विजन और वैल्यू से सीख लेते लेते रहते हैं।
बचपन के दिनों को किया याद
टाइम्स ग्रुप के एमडी विनीत जैन ने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि एक छोटे बच्चे के रूप में मुझे अपने दादाजी के साथ बैठने और यह देखने का सौभाग्य मिला कि वह विभिन्न क्षेत्रों के लोगों और नेताओं के साथ कितने अच्छे और संवेदनशील तरीके से पेश आते थे। विनीत जैन ने भारतीय उद्योग के सभी दिग्गजों को भी सम्मान दिया।
पूर्व प्रेसिडेंट को किया गया सम्मानित
फिक्की के स्थापना दिवस समारोह में साल 1927 से 1959के दशक के अन्य पूर्व फिक्की प्रेसिडेंट को भी सम्मानित किया गया। इनमें जीडी बिड़ला (1929), सर श्री राम (1930), वालचंद हीराचंद (1932), कस्तूरभाई लालभाई (1934), सर पदमपत सिंघानिया (1935), डीपी खेतान (1936), बद्रीदास गोयनका (1945), बीएम बिड़ला (1954), लक्ष्मीपत सिंघानिया (1956) और मदनभाई रुइया (1959) समेत अन्य को सम्मानित किया गया।
इस स्थापना दिवस समारोह में, आलोक श्रीराम, अजीत गुलाबचंद, निधिपति सिंघानिया, हर्षवर्द्धन गोयनका और रघुपति सिंघानिया जैसे उद्योग के मौजूदा दिग्गजों समेत उनके उत्तराधिकारी भी उपस्थित थे। जबकि एसके बिड़ला, एसी मुथैया और सीके बिड़ला ने वीडियो संदेश भेजे थे।
कई अखबार और पत्रिकाओं को किया था लॉन्च
शांति प्रसाद जैन का जन्म साल 1911 में नजीबाबाद (उत्तर प्रदेश) के साहू जैन परिवार में हुआ था। उन्होंने डालमिया-जैन समूह को भारत के सबसे बड़े व्यापारिक घरानों में से एक बनाने में मदद की। बाद में उनके साहू जैन समूह की बेनेट कोलमैन के अलावा कई उद्योगों में सक्रिय रहे। टाइम्स ऑफ इंडिया के लगातार मजबूत होने के साथ उन्होंने द इकोनॉमिक टाइम्स और महाराष्ट्र टाइम्स अखबारों के साथ-साथ पराग और फेमिना जैसी पत्रिकाएं भी लॉन्च कीं। साहित्य में भी उनकी गहरी रुचि थी और उन्होंने पत्नी रमा जैन के साथ मिलकर भारतीय ज्ञानपीठ संगठन की स्थापना की, जो 1965 से भारत के प्रमुख वार्षिक साहित्यिक पुरस्कार, ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान कर रहा है।
इससे पहले नेशनल बैंक ऑफ फाइनेंसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट (NeBFID) के चेयरमैन के वी कामथ ने फिक्की अध्यक्ष डॉ. अनीश शाह के साथ बातचीत में 2030 और उससे आगे की भारत की यात्रा पर अपने विचार रखे।
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